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आर्थिक संकट से निकलने को पाकिस्तान बंद करेगा विदेशी मिशन, कर्मचारियों की होगी छंटनी

पाकिस्तान में आर्थिक संकट गहराता जा रहा है. वहां महंगाई 30 फीसदी तक पहुंच गई है. आवश्यक सामग्री की किल्लत होने लगी है. आटा-दाल की कीमत आसमान छू रहे हैं. इस बीच पाक पीएम शहबाज शरीफ ने खर्च कम करने के लिए अपने विदेशी मिशन और कार्यालयों को बंद करने का फैसला किया है.

पाक प्रधानमंत्री ने विदेश मंत्री को दिए आदेश (फाइल फोटो) पाक प्रधानमंत्री ने विदेश मंत्री को दिए आदेश (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 22 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 5:23 PM IST

पाकिस्तान गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है. इस समस्या से उबरने के लिए पाकिस्तान लगातार अपने खर्चों में कटौती कर रहा है. अब पाकिस्तान ने अपने विदेशी खर्च कम करने का फैसला किया है. पाकिस्तान के जियो न्यूज चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक पीएम शहबाज शरीफ ने विदेश मंत्रालय को विदेशी मिशनों, कार्यालयों और कर्मचारियों की संख्या कम करने और अन्य उपायों को कम करने के निर्देश जारी किए हैं ताकि खर्च में 15% की कटौती की जा सके.

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जनवरी में पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ की बनाई हुई नेशनल ऑस्टेरिटी कमेटी आर्थिक संकट से उबरने के लिए सरकारी कर्मचारियों की सैलरी 10% तक काटने का प्रस्ताव रखा था. इतना ही नहीं कमेटी ने मंत्रालयों-विभागों के खर्च में 15% की कटौती का प्रस्ताव रखा है. साथ ही मंत्रियों की संख्या कम करने की सलाह दी है. कमेटी ने सरकार के सलाहकारों की संख्या को 78 से घटाकर 30 करने की सिफारिश थी, जबकि बाकी बिना पैसे के काम करेंगे. 

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने पिछले हफ्ते एक कार्यक्रम में कहा कि पाकिस्तान पहले ही दिवालिया हो चुका है. हम एक दिवालिया देश में रह रहे हैं. देश की इस हालत के लिए राजनैतिक नेताओं समेत सेना और नौकरशाही पर निशाना साधा.

महंगाई बढ़ी, बेरोजगारी संकट गहराया

देश में महंगाई 30 फीसदी के करीब पहुंच चुकी है. आटा-दाल-चावल से लेकर पेट्रोल-डीजल तक के दाम आसमान छू रहे हैं. मांग बढ़ने से आवश्यक सामान की किल्लत तेजी से बढ़ रही है.वहीं पाकिस्तान के खराब होते हालातों से घबराकर लोग पाकिस्तान छोड़कर भागने लगे हैं.

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वहीं पाकिस्तान में बेरोजगारी का संकट गहराता जा रहा है. दवा कंपनियों में काम रुकने की वजह से लोगों को बेरोजगारी के साथ ही बीमारी के इलाज में दवाओं की भारी किल्लत का सामना भी करना पड़ सकता है.

कंपनियों ने बंद किए प्लांट

पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार तेजी से घट रहा है, उच्च महंगाई दर और पाकिस्तानी मुद्रा में तेज गिरावट आ रही है. पाकिस्तान के हालात ऐसे हो गए हैं कि वहां से कई बड़ी कंपनियों ने अपना बोरिया-बिस्तर समेट लिया है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक सुजुकी मोटर्स कॉरपोरेशन और GSK समेत Amreli Steels Limited, Millat Tractors Limited, Diamond Industries Limited समेत कई कंपनियों ने अपने प्लांट बंद कर दिए हैं. इसके अलावा कच्चे माल के आयात में आ रही दिक्कतों के बीच टायर-ट्यूब और दवाओं से संबंधित कई कंपनियों ने काम रोक दिया है. 

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