
पाकिस्तान की हालत कंगाली की चरम सीमा पर पहुंचने की ओर है. पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार अपने सबसे बुरे दौर से गुजरते हुए 8 बिलियन डॉलर से नीचे पहुंच गया है. 11 अक्टूबर 2019 से लेकर अब तक पाकिस्तानी विदेशी मुद्रा भंडार का यह सबसे निचला स्तर है. जाहिर है, ये खबर पाकिस्तान के लिए बिल्कुल भी राहत पहुंचाने वाली नहीं है और अगर आईएमएफ से पाकिस्तान को मदद नहीं मिली तो देश की आर्थिक हालत श्रीलंका जैसी भी हो सकती है.
स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के डाटा के अनुसार, विदेशी मुद्रा भंडार पांच अगस्त को 7,830 मिलियन डॉलर रिकॉर्ड किया गया है, जो पिछले तीन सालों का सबसे खराब स्तर है. 29 जुलाई से 5 अगस्त के बीच यानी करीब एक सप्ताह में ही पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में 555 मिलियन डॉलर की कमी देखी गई है. अगर ऐसे ही रिकॉर्ड स्तर पर विदेशी मुद्रा भंडार कम होता गया तो जल्द ही पाकिस्तान एक बड़े आर्थिक संकट में फंस सकता है.
पाकिस्तान के सेंट्रल बैंक के अनुसार, विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आने का कारण बाहरी देशों का कर्ज और लेनदेन है. स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने एक बयान में कहा कि अगस्त महीने के अगले तीन हफ्तों में कर्ज चुकाने का बोझ थोड़ा कम रहने की उम्मीद है. स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के मुताबिक, अगस्त के पहले ही सप्ताह में करीब तीन-चौथाई कर्ज चुकाया जा चुका है, इसी वजह से अगस्त के बाकी तीन हफ्तों में कर्ज चुकाने का बोझ कम होने का अनुमान है.
चीन से मोटा कर्ज लेकर भी पाकिस्तान की हालत खराब
पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता दशकों से देखने को मिल रही है. पाकिस्तान में कोई भी सरकार अपने पांच साल का पूरा कार्यकाल ठीक से पूरा नहीं कर पाती है. इसके अलावा भी पाकिस्तान में कई ऐसे कारण हैं कि देश आर्थिक संकटों से घिरता जा रहा है. इससे उबरने के लिए पाकिस्तान सरकार ने चीन से 2.3 अरब डॉलर का भारी कर्ज भी ले लिया है.
हालांकि, सरकार ने ये खुलासा नहीं किया कि कितनी उच्च दरों पर यह कर्जा लिया गया है लेकिन इतना जरूर साफ है कि जिस तरह से सरकार का खजाना खाली हो रहा है, जल्द ही देश की आर्थिक हालत बेहद बिगड़ सकती है. पाकिस्तान की चिंता और ज्यादा बढ़ाने वाली बात ये है कि सरकार अपना विदेशी कर्जा चुकाने के लिए ही दूसरे देशों से कर्जा ले रही है.
किसी देश के लिए क्यों जरूरी है विदेशी मुद्रा भंडार
किसी भी देश के लिए विदेशी मुद्रा भंडार का ठीक होना काफी अहम है. विदेशी मुद्रा भंडार किसी भी देश के सेंट्रल बैंक में रखी गई धनराशि या अन्य परिसंपत्तियां होती हैं जिनका इस्तेमाल दूसरे देशों से आयात और जरूरत के समय देनदारियों को चुकाने के लिए किया जाता है.