
पाकिस्तान में चुनाव के फाइनल नतीजे घोषित कर दिए गए हैं. इमरान खान की पार्टी पीटीआई द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने 100 से ज्यादा सीटें जीती. पीटीआई कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शनों के बीच पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने कुछ सीटों पर दोबारा 15 फरवरी को चुनाव का ऐलान किया है. इस बीच पीटीआई के कार्यकर्ता देशभर में विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. वे चुनाव में धांधली के आरोप लगा रहे हैं. जानें पाकिस्तान की राजनीतिक संकट पर दस बड़े अपडेट.
1. पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) के मुताबिक, पीटीआई द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने 100 से अधिक सीटें जीतकर इतिहास रच दिया. वहीं नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन को फाइनल नतीजे में 72 सीटें मिली हैं. पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के बेटे बिलावल भुट्टो जरदारी की अध्यक्षता वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने 54 सीटें जीतीं. पार्टी के सिंध प्रांत में ज्यादातर उम्मीदवार जीते हैं. ईसीपी ने कहा कि अन्य छोटी पार्टियों ने संयुक्त रूप से 27 सीटें जीतीं और किसी भी गठबंधन सरकार के गठन में वे अहम भूमिका निभा सकते हैं.
2. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भी जीत का दावा किया और कहा कि उनकी पार्टी "इकलौती सबसे बड़ी पार्टी" है. हालांकि, उन्होंने बहुमत नहीं मिलने की बात स्वीकार की है. उन्होंने सहयोगियों को गठबंधन सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया है.
3. जेल में बंद इमरान खान ने भी चुनाव में सबसे बड़ी जीत का दावा किया है और वह भी अपनी पार्टी की सरकार बनाने की इच्छा रखते हैं. इमरान खान के लिए यह चुनाव करो यो मरो की तरह था, जहां उनकी पार्टी के समर्थक निर्दलीय उम्मीदवारों ने शानदार प्रदर्शन किया है. इमरान की पार्टी को चुनाव आयोग ने बैन कर दिया था.
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4. पीटीआई समर्थित निर्दलीयों को बड़ी हिस्सेदारी मिलने के बावजूद, वे पाकिस्तान के चुनावी कानूनों के तहत सरकार नहीं बना सकते. चुनाव आयोग द्वारा गजेट में नतीजे घोषित किए जाने के तीन दिनों के भीतर उन्हें एक पार्टी में शामिल होना होगा और फिर सरकार बनानी होगी.' निर्दलीय उम्मीदवार नेशनल असेंबली में आरक्षित 70 सीटों का भी आवंटन नहीं कर सकते.
5. एआई जेनरेटेड अपने विक्टरी भाषण में इमरान खान ने राष्ट्रीय चुनाव में बड़ी जीत का दावा कियाा. इमरान देश के सीक्रेट को लीक करने, भ्रष्टाचार और गैरकानूनी शादी करने के मामलों में जेल में बंद हैं और लंबी सजा काट रहे हैं. उन्होंने चुनाव में पार्टी के समर्थक उम्मीदवारों की बड़ी जीत के लिए पाकिस्तानवासियों का धन्यवाद दिया. नवाज शरीफ को निशाने पर लेते हुए इमरान ने कहा कि "लंदन योजना" विफल हो गई. साथ ही नवाज को इमरान ने 'कम बुद्धि वाला इंसान' करार दिया.
6. पाकिस्तान के चुनाव में धांधली के आरोपों को लेकर सिर्फ पीटीआई ही नहीं बल्कि पीपीपी और पीएमएल-एन ने भी अलग-अलग अदालतों में याचिकाएं दायर की हैं. पार्टियों ने दावा किया है कि जिन उम्मीदवारों को पहले विजेता घोषित किया गया था, उन्हें बाद में हारे हुए के रूप में अधिसूचित किया गया है. मसलन, पीटीआई की तरफ से ऐसे कई दावे सामने आए हैं जहां समर्थित उम्मीदवार के पास पर्याप्त वोट होने के बावजूद उनके हार का ऐलान किा गया.
7. पाकिस्तान सेना प्रमुख सैयद असीम मुनीर ने चुनाव के "सफल आयोजन" की प्रशंसा की और कहा कि देश को "अराजकता और ध्रुवीकरण" की राजनीति से आगे बढ़ने के लिए "स्थिर हाथों" की जरूरत है. पाकिस्तान के अधिकांश राजनीतिक इतिहास में, सेना ने सरकारों को तोड़ने या बनाने में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से भूमिका निभाई है. इमरान खान अपनी सरकार गिराने के पीछे भी सेना को जिम्मेदार मानते हैं. हाल ही में इमरान ने दावा किया था कि सेना ने उनकी पार्टी को ध्वस्त कर दिया है, जिसने सेना चीफ ने खारिज किया.
8. अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय यूनियन ने पाकिस्तान के आम चुनावों में धांधली और धोखाधड़ी के दावों पर चिंता जताई है और स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की अपील की है. हालांकि, इमरान खान अपनी सरकार गिराने के पीछे अमेरिका को सबसे बड़ा जिम्मेदार मानते हैं. नवाज शरीफ भी पाकिस्तान लौटने से पहले लंबे समय तक ब्रिटेन में ही रहे हैं, जहां बताया जाता है कि उन्होंने इमरान खान की सरकार गिराने की "साजिश" रची.
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9. सरकार बनाने के लिए किसी पार्टी को नेशनल असेंबली में 265 में 133 सीटों की जरूरत है. एक सीट पर उम्मीदवार की मौत के बाद चुनाव स्थगित कर दिया गया था. नेशनल असेंबली में 70 सीटें महिलाएं और अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित हैं, जिसका चुनी हुई सरकार पार्टी के संख्या बल के हिसाब से आवंटन करती है. मसलन, पाकिस्तान नेशनल असेंबली में कुल सांसदों की संख्या 336 होती है और बहुमत का आंकड़ा 169 सीटों का है.
10. पाकिस्तान में बैलट पेपर से चुनाव हुए थे लेकिन पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने कहा कि उनकी पार्टी पीटीआई ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) की वकालत करते हुए एक "लंबी लड़ाई" लड़ी है. उन्होंने कहा कि अगर 8 फरवरी के चुनाव में ईवीएम का इस्तेमाल किया जाता तो ऐसी अनिश्चितता से बचा जा सकता था.