
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान एक बार फिर पूर्व सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा पर जमकर बरसे हैं. उन्होंने बाजवा पर उनके साथ डबल गेम खेलने का आरोप लगाते हुए कहा है कि 2019 में बाजवा का कार्यकाल बढ़ाना उनकी सबसे बड़ी गलती थी.
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान ने शनिवार को एक स्थानीय चैनल को दिए इंटरव्यू में बाजवा का सैन्य प्रमुख के तौर पर कार्यकाल बढ़ाने पर अफसोस जताया. खान ने कहा कि उन्होंने बाजवा पर बेइंतहा भरोसा किया था.
इमरान खान (70) को इस साल अप्रैल में प्रधानमंत्री पद छोड़ना पड़ा था. उन्होंने कहा कि जनरल बाजवा मुझसे जो भी कहते थे, मैं आंख मूंदकर उस पर यकीन कर लेता था क्योंकि हमारे हित एक जैसे ही थे. हमारा मकसद देश को बचाना था.
बाजवा के डबल गेम पर आईबी ने चेताया था
खान ने यह भी दावा किया कि उन्हें खुफिया ब्यूरो (आईबी) से रिपोर्ट्स मिली थी कि उनकी सरकार के खिलाफ डबल गेम खेला जा रहा है. उन्होंने कहा कि मेरी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए उस समय सेना नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग के संपर्क में थी. ये लोग मिलकर षडयंत्र रच रहे थे.
खान ने कहा, जब भी मैं जनरल बाजवा से सरकार के तख्तापलट को लेकर बात करता था. वह कहते थे कि सरकार का गिरना संभव नहीं है. वह कहते थे कि हमें देश में निरंतरता (Sustainability) चाहिए. मैंने अपने वित्त मंत्री शौकत तारिन को उनके पास भेजा था, जो लगभग दो घंटे तक उन्हें समझाते रहे कि सरकार गिरने का क्या-क्या खामियाजा भुगतना पड़ सकता है. लेकिन उस समय सेना प्रमुख विपक्षी पार्टियों से डील कर रहे थे जबकि दूसरी तरफ मुझे राजनीतिक समर्थन का आश्वासन दे रहे थे.
मूनिस इलाही का बयान बना आधार
इमरान खान का यह बयान पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कैद-ए-आजम के मूनिस इलाही के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि बाजवा ने उनसे अविश्वास मत के दौरान इमरान खान के खिलाफ वोट करने को कहा था.
उनके इस बयान के बाद इमरान खान एक बार फिर बाजवा पर भड़क गए और कहा कि इससे पता चलता है कि जनरल बाजवा दोनों तरफ से बैटिंग कर रहे थे. उन्होंने कहा, जनरल बाजवा दोनों तरफ से डील कर रहे थे, यह मुझे बाद में पता चला. यहां तक कि मेरी पार्टी के सदस्यों तक भी अलग-अलग मैसेज पहुंचाए गए.
बता दें कि जनरल बाजवा 2019 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व में कार्यकाल विस्तार के बाद बीते 29 नवंबर को रिटायर हुए थे.