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पाकिस्तान के मशहूर मौलाना ने गुरुद्वारे में ऐसा क्या किया जो भड़क गए मुसलमान

पाकिस्तान समेत पूरे विश्व में प्रसिद्ध मौलाना तारिक जमील का करतारपुर साहिब गुरुद्वारे जाने पर बवाल मचा हुआ है. सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी लोग अपनी भड़ास निकाल रहे हैं. वहीं तालिबानी समर्थक भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.

फोटो- करतापुर साहिब पहुंचे मौलाना तारिक जमील फोटो- करतापुर साहिब पहुंचे मौलाना तारिक जमील
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 27 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 10:30 PM IST

पाकिस्तान के महशूर मौलाना तारिक जमील के करतारपुर कॉरिडोर में गुरुद्वारा दरबार साहिब जाने को लेकर बवाल मच गया है. मुस्लिमों के बड़े धार्मिक गुरु कहे जाने वाले तारिक जमील के गुरुद्वारे जाने पर सोशल मीडिया पर लोग अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं बल्कि तालिबान से जुड़े कई लोग भी इसे गलत बता रहे हैं.  

शनिवार को मौलाना तारिक जमील धार्मिक विद्वानों के साथ करतारपुर साहिब पहुंचे थे. जहां गुरुद्वारा दरबार साहिब के मुख्य ग्रंथी सरदार गोबिंद सिंह, पंजाब में विधायक सरदार रमेश सिंह अरोड़ समेत कई लोगों ने उनका स्वागत किया था. 

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करतारपुर पहुंचने के बाद मौलाना तारिक जमील ने कहा कि बाबा गुरु नानक इंसानियत और भाईचारे के समर्थक थे. गुरुद्वारे पहुंचे मौलाना तारिक जमील को प्रशासन की ओर से सरोपा और कृपाण भी भेंटस्वरूप दी गई. 

तारिक जमील ने बताया शांति का कॉरिडोर
इसके साथ ही मौलाना तारिक जमील ने गुरुद्वारे पहुंचे सिख श्रद्धालुओं से बात की. वहीं मौलाना तारिक जमील ने कहा कि करतारपुर शांति का कॉरिडोर है. पाकिस्तान में अल्पसंख्यक वर्ग पूरी तरह से धार्मिक आजादी का आनंद ले रहा है. 

मौलाना तारिक जमील ने अपनी यात्रा को लेकर ट्विटर पर भी जानकारी दी. मौलाना ने कहा कि, मैं करतापुर कॉरिडोर गया, जहां मैंने स्थानीय और विदेशी श्रद्धालुओं से मुलाकात की.

हालांकि, दुनियाभर में मशहूर मौलाना तारिक की करतारपुर कॉरिडोर की यात्रा को लेकर सोशल मीडिया पर काफी लोग अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं. इन लोगों में पाकिस्तानियों के साथ-साथ कुछ तालिबानी भी शामिल हैं. कई लोगों ने मौलाना तारिक जमील के गुरुद्वारे जाने को शर्मनाक भी बताया है. 

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सोशल मीडिया पर क्या बोल रहे पाकिस्तानी?
तारिक जमील के गुरुद्वारे जाने को लेकर एक यूजर ने कहा कि सूफियों की दरगाह पर जाना भी तारिक जमील गलत बताते हैं, लेकिन अब खुद गुरु नानक की कब्र पर करतारपुर पहुंचे हैं जो नास्तिकों में से एक हैं. क्या यह शिर्क नहीं है. वहीं, एक यूजर ने लिखा, आपने काफिरों के धार्मिक स्थल का दौरा किया और उन्हीं की वेशभूषा धारण की जबकि आप हमेशा एक ईश्वर में यकीन करते आए हैं और अल्लाह की इबादत सिखाते रहे हैं 

वहीं एक अन्य यूजर ने तारिक जमील की करतारपुर यात्रा पर तंज कसते हुए कहा कि दाता दरबार ( पाकिस्तान की मशहूर दरगाह ) जाना शिर्क है और करतारपुर कॉरिडोर जाना सवाब. 

वहीं तारिक जमील की यात्रा को लेकर एक अन्य पाकिस्तानी यूजर ने कहा कि मैंने कभी आपसे ज्यादा बड़ा पाखंडी अपनी जिंदगी में नहीं देखा है. ना ये कभी पैगंबर को लेकर बात करते हैं और ना ही कभी किसी मुद्दे को लेकर. 

वहीं एक तालिबानी यूजर ने भी तारिक जमील के गुरुद्वारे जाने पर तंज कसा है. यूजर ने ट्वीट करते हुए कहा कि, मौलाना तारिक जमील गुरुद्वारे गए और वहां जाकर सिखों को गिफ्ट दिए हैं. यूजर ने आगे कहा कि अगर कोई अफगान भारत का नाम ले लेता है तो उसे कहा जाता है कि इस्लाम छोड़ दिया है, लेकिन खुद मौलाना कभी अफगान मुस्लिमों को लेकर ट्वीट नहीं करते हैं.

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