
उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में दो युद्धरत जनजातियों के बीच संघर्ष विराम समझौते के क्रियान्वयन की देखरेख कर रहे एक वरिष्ठ जिला प्रशासनिक अधिकारी पर अज्ञात हथियारंबद लोगों ने गोलीबारी कर दी. गोलीबारी की इस घटना में अधिकारी के घायल होने की जानकारी सामने आ रही है. इस बारे में पुलिस ने जानकारी दी है.
पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि खैबर पख्तूनख्वा में युद्धरत जनजातियों के बीच संघर्ष विराम समझौते की देख रेख कर रहे प्रशासनिक अधिाकरी पर हथियारबंद अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया.
पुलिस ने बताया कि ऊपरी कुर्ररम में बोशेरा के असिस्टेंट कमिश्नर सईद मनन खान शिया और सुन्नी जनजातियों के बीच हुए संघर्ष विराम के कार्यान्वयन की निगरानी के लिए पुलिस के साथ इलाके में मौजूद थे. इसी दौरान मनन पर अज्ञात हमलावरों गोली चला दी. उन्होंने घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
इलाके में शांति की कोशिशों पर फिर आई बाधा
पुलिस ने बताया कि घटना के बाद पुलिस की एक टीम आरोपियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है. मनन पर हमले के कारण इलाके में शांति की कोशिशों में फिर से परेशानियां आ गई है.
जिरगा की शुरुआत
इसके साथ ही कुर्रम में स्थायी शांति स्थापित करने के लिए कोहाट के कमिश्नर हाउस में एक भव्य जिरगा शुरू हो गई है. सूचना पर प्रांतीय मुख्यमंत्री के सलाहकार बैरिस्टर मोहम्मद अली सैफ जिरगा में भाग ले रहे हैं. सभा में मुख्य सचिव नदीम असलम चौधरी और महानिरीक्षक जुल्फिकार हमीद भी मौजूद हैं.
जिरगा में सैन्य अधिकारी, शांति समिति के सदस्य और ऊपरी और निचले कुर्रम के दोनों पक्षों का प्रतिनिधित्व करने वाले आदिवासी बुजुर्ग शामिल हैं.
इस बीच खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने हमले की निंदा की और मनन के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की. गंडापुर ने कहा, 'जिला प्रशासन के अधिकारियों को निशाना बनाना बेहद अफसोसजनक और निंदनीय कृत्य है.'
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक व्यवस्था में खलल डालने वाले और नफरत फैलाने वाले तत्वों से सख्ती से निपटा जाएगा. मुख्यमंत्री ने घटना पर रिपोर्ट भी मांगी और दोषियों की जल्द से जल्द पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने का आदेश दिया.