
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत स्थित करतारपुर साहब और भारतीय पंजाब के गुरदासपुर स्थित डेरा नानक साहब के लिए प्रस्तावित करतारपुर कॉरिडोर के निर्माण पर पाकिस्तान और भारत की सरकारें दूसरी बार वार्ता करेंगी. पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने भारत सरकार को इससे अवगत करा दिया है.
भारत और पाकिस्तान करतारपुर कॉरिडोर निर्माण पर दूसरी बार 14 जुलाई को द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. दोनों देशों के मध्य यह बातचीत वाघा बॉर्डर पर की जाएगी. इस बातचीत में करतारपुर कॉरिडोर निर्माण में आ रही तकनीकी खामियों और ड्राफ्ट के मसौदे पर भी चर्चा होगी. गौरतलब है कि इससे पहले भी दोनों देशों के बीच पहले भी एक दौर की वार्ता हो चुकी है.
गुरु नानक जयंती तक शुरू होना है करतारपुर कॉरिडोर
करतारपुर कॉरिडोर से तीर्थयात्रियों का आवागमन गुरु नानक की 550 वीं जयंती से पूर्व शुरू होना है. नानक की 550 वीं जयंती 22 नवंबर को है. सिख समुदाय के लिए डेरा नानक साहब और करतारपुर साहब का विशेष आध्यात्मिक महत्व है. गुरु नानक ने अपनी जिंदगी के अंतिम वर्ष करतारपुर में ही गुजारे थे.
कॉरिडोर बन जाने से दोनों देशों के सिख श्रद्धालुओं को नानक साहब और करतारपुर साहब में दर्शन के लिए वीजा लेने की आवश्यकता नहीं रहेगी. करतारपुर साहब में सन 1539 में गुरु नानक जी के निधन के बाद पवित्र गुरुद्वारे का निर्माण कराया गया था. यह पाकिस्तान में रावी नदी के नजदीक स्थित है.