
Bilawal Bhutto On India Pakistan Relation: इमरान खान के कार्यकाल में खराब हुए भारत-पाकिस्तान के रिश्ते दोबारा पटरी पर लौट सकते हैं. इसका संकेत पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने अपने बयान में दिया है. गुरुवार को बिलावल राजधानी इस्लामाबाद में इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रेटेजिक स्टडीज (सामरिक अध्ययन संस्थान) के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे.
पाकिस्तानी छात्रों को संबोधित करते हुए बिलावल भुट्टो ने भारत के साथ दोबारा रिश्ते बेहतर करने पर जोर दिया. पाक के विदेश मंत्री ने कहा कि भारत के साथ संबंध खत्म करने से देश का हित नहीं होगा. पाकिस्तान पहले से ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग पड़ चुका है.
विरासत में मिला संकट से घिरा पाकिस्तान
पाकिस्तान के इंटरनेशनल लेवल पर अलग-थलग पड़ने के लिए बिलावल ने पिछली इमरान खान सरकार को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने आगे कहा कि हमारी सरकार को एक ऐसा देश विरासत में मिला है, जो हर तरफ संकट से घिरा है.
क्या संबंध तोड़ने से हमें फायदा होगा?
पाक विदेश मंत्री ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों से पूछा कि अगर पाकिस्तान का विदेश मंत्री होने के नाते मैं भारत सरकार से या वहां के नागरिकों से बात न करूं तो क्या पाकिस्तान का उद्देश्य पूरा हो पाएगा? बिलावल ने पूछा कि क्या भारत के साथ संबंध तोड़ने से पाकिस्तान को फायदा होगा?
द्विपक्षीय व्यापार पर भी बोले बिलावल
भारत के साथ द्विपक्षीय (bilateral) व्यापार के मुद्दे पर बिलावल ने कहा कि कई लोग तर्क देते हैं कि हमें भारत से रिश्ते दोबारा बिल्कुल स्थापित नहीं करना चाहिए. पाकिस्तान के लिए इस तरह का कदम उठाना ठीक नहीं होगा. लेकिन मैं बेहतर रिश्तों की वकालत करता हूं.
कश्मीर से 370 हटाने का भी जिक्र किया
बिलावल ने आगे कहा कि भारत के साथ हमारे कई मसले हैं. दोनों देशों के बीच युद्ध और संघर्ष का लंबा इतिहास रहा है. वर्तमान में भी हमारे बीच गंभीर किस्म के विवाद हैं. अगस्त 2019 की घटना को हल्के में नहीं लिया जा सकता. जब 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर से विशेष दर्जा छीन लिया गया और भारत-पाकिस्तान के बीच संबंधों में दरार आ गई.
पाकिस्तान के PM ने भी कही थी ये बात
इससे पहले जून की शुरुआत में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी भारत सहित कई देशों के साथ साझेदारी करने की मंशा जता चुके हैं. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा था कि वह भारत सहित अन्य देशों के साथ भू-आर्थिक रणनीति के लिए साझेदारी करना चाहते हैं. उन्होंने यह बयान तुर्की के अपने तीन दिवसीय दौरे पर जाने से एक दिन पहले दिया था.