
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान ने देश में नए सिरे से चुनाव की घोषणा में देरी और पार्टी नेताओं को हिरासत में प्रताड़ित करने के खिलाफ अपने कार्यकर्ताओं से जेल भरो आंदोलन की तैयारी करने का निर्देश दिया. सत्ता से हटाए गए प्रधानमंत्री ने ये टिप्पणी शनिवार को अपने जमान पार्क स्थित आवास से टीवी संबोधन के दौरान की.
इमरान खान का ये बयान पीटीआई के सीनियर उपाध्यक्ष फवाद चौधरी और नेशनल असेंबली की पूर्व सदस्य शंदना गुलजार के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किए जाने के कुछ दिनों बाद आया है. इमरान ने कहा, "मैं लोगों से 'जेल भरो तहरीक' के लिए मेरे आह्वान का इंतजार करने के लिए कहता हूं. पाकिस्तान की जेलों में हमारे कार्यकर्ताओं को रखने के लिए इतनी जगह नहीं होगी."
पूर्व पीएम ने कहा कि अगर पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेतृत्व वाली सरकार और सैन्य प्रतिष्ठान में उनके आकाओं को लगता है कि हम उत्पीड़न और हिरासत में यातना से डर जाएंगे तो वे गलत हैं. क्रिकेटर से नेता बने 70 वर्षीय इमरान ने कहा, "मेरी कॉल का इंतजार करें...जब मैं आपको जेलों को भरने का संकेत दूंगा. मुझे पता है कि जेलें बंद हो जाएंगी क्योंकि उनमें इतनी क्षमता नहीं है."
इमरान खान के करीबी फवाद चौधरी को चुनाव आयोग के सचिव की शिकायत के बाद बीते हफ्ते लाहौर से गिरफ्तार किया गया था. उनके अलावा खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में महिला आरक्षित सीट से चुनी गई गुलजार पर देश की संवैधानिक संस्थाओं के खिलाफ हिंसा भड़काने के लिए मामला दर्ज किया गया था. फवाद चौधरी को तड़के तीन बजे घर से उठाया गया. शंदाना गुलजार ने ऐसा क्या किया कि वह आतंकवादी बन गईं. जैसा कि अदालत ने शेख रशीद को जमानत दी है, उसके खिलाफ और मामले दर्ज किए जा रहे हैं.
हमने हड़ताल का रास्ता नहीं चुना: खान
पूर्व प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि उनकी पार्टी देशव्यापी हड़ताल का विकल्प चुन सकती थी. इसके बजाय वे देश की अर्थव्यवस्था के और बिगड़ने की आशंका को देखते हुए जेलों का भरने का विकल्प चुनेंगे. उन्होंने समझाया, "हमारे पास दो विकल्प हैं. यह देखते हुए कि वे क्या कर रहे हैं, हम चक्का जाम हड़ताल और प्रदर्शनों के लिए जा सकते थे - जो एक तरीका और लोकतांत्रिक भी है. लेकिन देश की आर्थिक स्थिति इतनी खराब है. यह और भी खराब होगी. इसलिए मैं अपने सभी कार्यकर्ताओं, पाकिस्तानी राष्ट्र और सभी को जेल भरो आंदोलन के लिए तैयार रहने के लिए कहता हूं. खान ने कहा कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के नेतृत्व में पाकिस्तान जंगल के कानून की ओर बढ़ रहा है, जहां ताकत ही सही है.
मेरे खिलाफ 60 मामले दर्ज: इमरान
इमरान खान ने कहा कि हमने पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों में सरकारों को भंग कर दिया, लेकिन पाकिस्तान के चुनाव आयोग की मदद से मौजूदा शासक चुनाव में देरी करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, जो कि विधानसभा भंग होने के बाद संविधान के तहत 90 दिनों के भीतर होने चाहिए थे. उन्हें डर है कि वे बुरी तरह हार जाएंगे, इसलिए वे अभी चुनाव नहीं चाहते हैं. इस दौरान इमरान ने नवाज शरीफ का जिक्र करते हुए कहा कि मेरे खिलाफ 60 मामले दर्ज हैं. अगर उन्हें लगेगा कि वो चुनाव हार रहे हैं तो लंदन से अपने 12वें खिलाड़ी नवाज शरीफ को बुलाएंगे.
अप्रैल 2022 में सत्ता से हटाए गए थे इमरान
इमरान खान 2018 में सत्ता में आए थे. अप्रैल 2022 में संसद में अविश्वास प्रस्ताव से बेदखल होने वाले एकमात्र पाकिस्तानी प्रधानमंत्री हैं. सत्ता से हटाए जाने के बाद उन्होंने चुनाव कराने की घोषणा करने के लिए गठबंधन सरकार पर दबाव बना दिया है.