
पाकिस्तान में प्रधानमंत्री इमरान खान की सत्ता खतरे में पड़ गई है. पाकिस्तान पीपल्स पार्टी और Pakistan Muslim League-Nawaz ने इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी की है. दावा किया जा रहा है कि उनके पास 100 सांसदों का समर्थन है और स्पीकर से कहकर अब सदन में अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा.
जानकारी के लिए बता दें कि अभी पाकिस्तान में महंगाई ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. कर्ज भी इतना ज्यादा चढ़ चुका है कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पूरी तरह बर्बाद हो गई है. इसी बात को मुद्दा बना रही हैं विपक्षी पार्टियां और जोर देकर कह रही हैं कि अब इमरान खान का वक्त खत्म हो चुका है और उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ेगा. सरकार के दूसरे मंत्रियों को भी सभी लोकतांत्रिक पदों से इस्तीफा देने की बात कही जा रही है.
यहां पर ये जानना जरूरी हो जाता है कि पाकिस्तान में अगर किसी पार्टी के पास 68 सांसदों का समर्थन है, तो स्पीकर अविश्वास प्रस्ताव को सदन में पेश करने की अनुमति दे देते हैं. ऐसे में अब विपक्षी पार्टियां दावा कर रही हैं कि उनके पास पर्याप्त समर्थन हैं. इसके अलावा सत्ता रूढ़ पार्टी के भी कई नेता उनके संपर्क में बताए जा रहे हैं. ऐसे में इमरान सरकार गिराने की पूरी तैयारी कर ली गई है. वैसे पाकिस्तान में अगर किसी भी पीएम को इस्तीफा दिलवाना हो तो सदन में 342 में से 172 सांसदों का समर्थन चाहिए होता है.
अब इस अविश्वास प्रस्ताव पर पीएम इमरान खान ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने जोर देकर बोला है कि उनके पास आर्मी का पूरा समर्थन है. उनकी सरकार पूरी तरह सुरक्षित है और आने वाले चुनाव में भी उनकी पार्टी ही जीत दर्ज करने जा रही है. उन्होंने कहा कि आर्मी मेरे साथ खड़ी है. ये कभी भी इन चोरों का समर्थन नहीं करेगी. अब तो लोग भी विपक्ष का समर्थन नहीं करते हैं.
इमरान खान ने ये भी दावा कर दिया कि उनके पार्टी के नेताओं को विपक्ष द्वारा 180 मिलियन ऑफर किए जा रहे हैं. उनकी तरफ से साफ कर दिया गया है कि इन पैसों को ले लिया जाए और फिर गरीबों में बांट दिया जाए. इमरान की माने तो उन्होंने अपने कार्यकाल में किसी को भी भ्रष्टाचार करने का एक मौका नहीं दिया है, इस समय विपक्ष को इसी बात से सबसे ज्यादा तकलीफ होने लगी है.
वैसे अभी के लिए इमरान खान दावे जरूर बड़े कर रहे हैं, लेकिन उनकी पार्टी में ही एक अंदरूनी लड़ाई शुरू हो चुकी है. उनके करीबी माने जाने वाले Aleem Khan ने असंतुष्ट चल रहे पार्टी नेता जहांगीर तरीन से हाथ मिलाने का फैसला कर लिया है. ऐसे में पहले उन्हें मनाना इमरान के लिए बड़ी चुनौती बन गया है.