
पाकिस्तान की जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने शुक्रवार को चुनाव को लेकर बड़ी घोषणा कर दी है. पार्टी का कहा है कि वो नेशनल असेंबली और पंजाब प्रांतीय विधानसभा में विपक्ष में बैठेगी. पार्टी के इस फैसले की घोषणा पीटीआई के बैरिस्टर अली सैफ ने की है.
PM पद के उम्मीदवार का किया था ऐलान
वहीं, पीटीआई के इससे एक दिन पहले उमर अयूब खान को पीएम पद के लिए अपना उम्मीदवार और असलम इकबाल को पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में दावेदारी पेश की थी. इस्लामाबाद में कौमी वतन पार्टी का दौरा करने के बाद मीडिया से बात करते हुए सैफ ने कहा कि पार्टी ने पार्टी संस्थापक इमरान खान के निर्देशों के अनुसार केंद्र और पंजाब में विपक्ष में बैठने का फैसला किया है.
'नतीजे नहीं बदलते तो हम सत्ता में होते'
उन्होंने कहा, 'इस हकीकत के बावजूद हमने विपक्ष में बैठने का फैसला किया कि अगर हमें हमारे वोटों के मुताबिक सीटें मिलतीं और नतीजे नहीं बदले होते तो शायद आज हम 180 सीटों के साथ केंद्र की सत्ता में होते और फार्म 45 इस बात का सबूत है कि हमारे बड़ी संख्या में हमारे उम्मीदवार जीते हैं. हालांकि, ये स्पष्ट नहीं था कि विपक्षी खेमे में शामिल होने के फैसले के बाद पार्टी पीएम और पंजाब के मुख्यमंत्री के चुनाव में हिस्सा लेगी या नहीं.
चुनाव में नहीं मिला किसी को समर्थन
आपको बता दें कि पाकिस्तान में 8 फरवरी को हुए आम चुनाव के बाद किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला और न ही जोड़-तोड़ से जरिए अब सरकार बनाने की कवायत चल रही है. पीटीआई समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवारों ने 92 सीटें हासिल कीं, जबकि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने क्रमशः 75 और 54 सीटें हासिल कीं.
PML-N की तरफ से शहबाज शरीफ हैं PM पद के उम्मीदवार
पाकिस्तान में नई सरकार के गठन के लिए लगातार कोशिशें जारी हैं. ऐसे में पीएमएल-एन पार्टी ने शाहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री पद के लिए नामित किया है. वहीं, बिलावल भुट्टो की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने सरकार गठन के लिए पीएमएल-एन को बाहर से समर्थन देने का फैसला किया है. साथ ही नवाज शरीफ ने अपनी बेटी मरियम नवाज को पंजाब के मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया है.