
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का 'हकीकी आजादी मार्च' लाहौर से शुरू हो गया है. यह इस्लामाबाद तक जाएगा. इमरान खान का इस साल यह ऐसा दूसरा मार्च है. इससे पहले उन्होंने मई में भी ऐसा मार्च निकाला था. माना जा रहा है कि मार्च में जनसमर्थन दिखाकर वे पाकिस्तान में जल्द आम चुनाव के लिए प्रशासन पर दबाव डालना चाहते हैं. उधर, इमरान खान के इस मार्च को देखते हुए पुलिस ने 13000 अफसरों को तैनात किया है. इमरान खान की पार्टी पीटीआई का दावा है कि यह मार्च शांतिपूर्ण होगा और तय रास्तों से ही गुजरेगा.
पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि अगर प्रदर्शनकारियों ने कानून को तोड़ा तो उनपर सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि प्रदर्शन को लेकर सुप्रीम कोर्ट का आदेश साफ है. यदि प्रदर्शनकारी कानून का पालन करते हैं, तो हम उन्हें सुविधा प्रदान करेंगे.
पीटीआई के नेता मुहम्मद खान ने कहा कि उनका मार्च शांतिपूर्ण होगा. उन्होंने कहा कि हम खतरों के बावजूद अपने राजनीतिक आंदोलन को शांतिपूर्ण रखेंगे. हालांकि, उन्होंने कहा कि सरकार को आखिर में चुनाव की तारीख की घोषणा करनी होगी.
PML-Q का इमरान के मार्च को समर्थन
PML-Q के नेता गुजरात प्रांत में इमरान खान के मार्च में शामिल होंगे. हालाँकि, पार्टी ने अभी तक अपने स्थानीय नेताओं को मार्च में भाग लेने के संबंध में निर्देश जारी नहीं किया है. सूत्रों के मुताबिक, PML-Q नेता मूनिस इलाही इमरान खान के वाहन पर सवार होकर ही मार्च में शामिल होंगे.
पुलिस ने जारी की एडवाइजरी
इस्लामाबाद पुलिस ने पीटीआई के मार्च को देखते हुए अपने अफसरों को एडवाइजरी जारी की है. अफसरों से कहा गया है कि आगे तैनात अफसरों को एंटी राइट गियर पहनना होगा. इसी तरह से पुलिस अफसरों से कहा गया है कि वे हथियारों के साथ तैनात नहीं होंगे, उनके पास सिर्फ डंडे होंगे. इतना ही नहीं प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले न दागने के लिए कहा गया है.
इमरान ने वीडियो जारी कर की अपील
मार्च से पहले इमरान खान ने वीडियो जारी किया है. उन्होंने कहा कि मार्च व्यक्तिगत या राजनीतिक हितों के लिए नहीं है, बल्कि देश के लिए वास्तविक स्वतंत्रता दिलाने के लिए है. उन्होंने कहा कि मार्च का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि देश के फैसले 'विदेशी कठपुतली' के बजाय इसके अंदर किए जाएं.