
भारत के साथ तनाव के बीच बांग्लादेश और पाकिस्तान में मानो करीबी बढ़ रही है. बांग्लादेश आर्म्ड फोर्सेज के प्रिंसिपल स्टाफ ऑफिसर लेफ्टिनेंट जनरल कमर-उल-हसन के इस्लामाबाद दौरे के बाद, अब पाकिस्तान आईएसआई की एक हाई लेवल टीम ढाका पहुंची है. इसमें मेजर जनरल शाहिद अमीर अफ्सर भी शामिल हैं जो चीन में पाकिस्तान के मिलिट्री डिप्लोमेट रह चुके हैं. उनके साथ दो ब्रिगेडियर, आलम आमिर अवान और मुहम्मद उस्मान जतीफ भी शामिल हैं.
हालांकि, कुछ रिपोर्टों में आईएसआई के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल मुहम्मद आसिम मलिक के दौरे शामिल होने की संभावना थी, लेकिन वह इस ढाका पहुंची पाकिस्तान की हाई लेवल आईएसआई टीम का हिस्सा नहीं हैं. आईएसआई के अधिकारी 21 जनवरी को एमिरेट्स की उड़ान EK-586 से ढाका पहुंचे थे और 24 जनवरी तक बांग्लादेश में रहेंगे. ऐसा दशकों में पहली बार है जब दोनों देशों में इस तरह की करीबी देखी जा रही है.
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बांग्लादेश सेना में पीएसओ ने भी पाकिस्तान का दौरा किया
पाकिस्तान की हाई-लेवल यात्रा ठीक उसी समय पर हो रही है जब हाल ही में बांग्लादेश सेना में प्रमुख स्टाफ अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल कमर-उल-हसन ने पाकिस्तान का दौरा किया. बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच सैन्य और खुफिया संबंधों में बढ़ोतरी पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के सत्ता से बाहर होने के बाद अचानक तेज हो गई है. इनके अलावा, पिछले कुछ महीनों में पाकिस्तान आईएसआई और जमात के लोगों के लिए बांग्लादेश की यात्रा प्रतिबंधों में भी कमी आई है.
पाकिस्तान की क्षेत्रीय ताकत मजबूत करने की कोशिश
बांग्लादेश में शेख हसीना की सत्ता जाने के बाद मौजूदा अंतरिम शासन में भारत-बांग्लादेश के बीच तनाव पैदा हुए हैं. यह सब तब हो रहा है जब साउथ एशिया में जियोपॉलिटिकल सेनेरियो बदल रहे हैं. ऐसे में पाकिस्तान अपनी क्षेत्रीय ताकत मजबूत करने की कोशिश में है, जिसकी पीठ पर चीन का हाथ है.
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21-24 जनवरी तक की यात्रा
आईएसआई और बांग्लादेश आर्मी के बीच ढाका में 21-24 जनवरी के बीच बातचीत का क्या एजेंडा रहेगा, इस बारे में कुछ भी सार्वजनिक नहीं किया गया है. माना जा रहा है कि यह दौरा मिलिट्री और सिक्योरिटी कोऑपरेशन स्थापित करने के लिए हो सकता है. पाकिस्तान की कोशिश है कि वो बांग्लादेश के साथ अपनी निजी स्ट्रेटेजी के हिसाब से काम करे.