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पाकिस्तान ने लॉन्च की होममेड कोरोना वैक्सीन PakVac, नहीं बताया कितनी असरदार

Pakistan Covid Vaccine PakVac: चीनी राजदूत नोंग रोंग ने कहा कि वैक्सीन का उत्पादन दोनों देशों के बीच दोस्ती का एक उदाहरण है.  उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पहला देश है, जिसने चीनी वैक्सीन को उपहार के रूप में स्वीकार किया है. 

पाकिस्तान ने लॉन्च की होममेड PakVac वैक्सीन (सांकेतिक फ़ोटो) पाकिस्तान ने लॉन्च की होममेड PakVac वैक्सीन (सांकेतिक फ़ोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली ,
  • 02 जून 2021,
  • अपडेटेड 10:48 AM IST
  • पाकिस्तान ने चीन के साथ मिलकर बनाई कोरोना वैक्सीन
  • वैक्सीन के प्रभाव के बारे में नहीं दी जानकारी
  • पाकिस्तान ने वैक्सीन का नाम PakVac रखा

पाकिस्तान ने कोरोना (Pakistan Coronavirus) संकट के बीच अपनी एक होममेड वैक्सीन को लॉन्च किया. पाकिस्तान ने इस वैक्सीन का नाम PakVac Covid-19 Vaccine रखा है. हालांकि, यह वैक्सीन कितनी प्रभावी है, मरीज पर ये कितने प्रतिशत असरदार होगी और इसके ट्रायल रिजल्ट क्या आए हैं? इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है. 

पाकिस्तानी पीएम के स्वास्थ्य पर विशेष सहायक डॉ फैसल सुल्तान और नेशनल कमांड एंड ऑपरेशन सेंटर प्रमुख असद उमर ने देश में विकसित कोरोना वायरस वैक्सीन को लॉन्च करते हुए कहा कि देश जल्द ही कोरोना की एक महत्वपूर्ण दवा का उत्पादन शुरू करने में सक्षम होगा. 

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डॉ फैसल सुल्तान ने मंगलवार को वैक्सीन लॉन्च समारोह में बोलते हुए कहा कि हर मुश्किल में एक अवसर है. इस महामारी के दौरान, चीन पाकिस्तान के मित्र के रूप में सामने आया. डॉ सुल्तान ने कहा कि चीन पहले से ही हमारा दोस्त है, जब कोरोना वायरस पाकिस्तान से टकराया तब भी वह हमारे साथ है. उन्होंने वैक्सीन विकसित करने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (एनआईएच) की भी सराहना की. 

सुल्तान ने इस उपलब्धि के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान को बधाई दी और कहा कि इस कदम से देश में वैक्सीन की आपूर्ति में तेजी आएगी. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में तैयार वैक्सीन PakVaccine कड़े ट्रायल, गुणवत्ता, जांच और मानव परीक्षण से गुजरी है. 

वहीं, असद उमर ने पाकिस्तान में कोरोना की स्थिति के बारे में बताते हुए कहा कि अस्पतालों में मरीजों की संख्या पहली लहर की तुलना में तीसरी लहर में अधिक थी. उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन सपोर्ट पर मरीजों की संख्या पहली लहर की तुलना में 60% अधिक थी. 

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उधर, चीनी राजदूत नोंग रोंग ने कहा कि वैक्सीन का उत्पादन दोनों देशों के बीच दोस्ती का एक उदाहरण है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पहला देश है, जिसने चीनी वैक्सीन को उपहार के रूप में स्वीकार किया है. 

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