Advertisement

US के समर्थन से चिढ़ा पाकिस्तान, भारत की NSG सदस्यता रोकने में जुटा

पाकिस्तान के शीर्ष विदेश सलाहकार ने कहा है कि 48 सदस्यीय परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में शामिल होने के भारत के प्रयास को रोकने के लिए पाकिस्तान प्रभावशाली ढंग से लगातार प्रयास कर रहा है. प्रधानमंत्री के विदेशी मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने पाकिस्तान की सीनेट में कहा, 'गैर भेदभावपूर्ण दृष्टिकोण के लिए पाकिस्तान की कोशिश रंग लाएगी.'

पाकिस्तान के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज पाकिस्तान के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज
मोनिका शर्मा
  • इस्लामाबाद,
  • 09 जून 2016,
  • अपडेटेड 10:55 AM IST

पाकिस्तान के शीर्ष विदेश सलाहकार ने कहा है कि 48 सदस्यीय परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में शामिल होने के भारत के प्रयास को रोकने के लिए पाकिस्तान प्रभावशाली ढंग से लगातार प्रयास कर रहा है. प्रधानमंत्री के विदेशी मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने पाकिस्तान की सीनेट में कहा, 'गैर भेदभावपूर्ण दृष्टिकोण के लिए पाकिस्तान की कोशिश रंग लाएगी.'

भारत को मिल रहे समर्थन से डरा PAK
अजीज का यह बयान भारत के एनएसजी में शामिल होने के प्रयास और इस दिशा में देश को अमेरिका और स्विट्जरलैंड के मिले समर्थन के बाद आया है. अजीज पाकिस्तानी सीनेटरों की 'भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ती मिलीभगत' को लेकर चिंता और उनकी इस आशंका का जवाब दे रहे थे कि एनएसजी सदस्य देश भारत के इसमें शामिल होने के आग्रह का सकारात्मक जवाब देंगे.

Advertisement

भारत के आग्रह पर हो रहा है विचार
भारत और पाकिस्तान दोनों ने ही एनएसजी की सदस्यता के लिए आवेदन किया है, जिससे दोनों देशों को परमाणु व्यापार में शामिल होने की अनुमति मिलेगी. सीनेट की सुरक्षा समिति के अध्यक्ष और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-क्यू के सीनेटर मुशाहिद हुसैन सैयद ने कहा कि एनएसजी सदस्य समूह में शामिल होने के भारत के आग्रह पर विचार कर रहे होंगे.

भारत की वजह से PAK की एंट्री पर लग सकती है रोक
सैयद ने यह आरोप लगाया कि पाकिस्तान की कूटनीति 'असफल' हो गई है. उन्होंने कहा कि अगर भारत एनएसजी का सदस्य बन जाएगा तो वह पाकिस्तान को समूह में शामिल होने से रोकने में सफल हो जाएगा. उन्होंने कहा, 'हमने ईरान और अफगानिस्तान को अलग-थलग कर दिया है और दोनों देश अब भारत के साथ अपने आर्थिक संबंध बेहतर कर रहे हैं.'

Advertisement

पड़ोसी देशों से भारत की बढ़ती दोस्ती से परेशान PAK
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अफगानिस्तान और ईरान की यात्रा की थी, जो पाकिस्तान के नजदीकी पड़ोसी हैं. सैयद ने कहा, 'यह हमारी कूटनीतिक असफलता है. भारतीय हमें हर ओर से घेर रहे हैं. यहां तक कि ईरान और अफगानिस्तान जैसे हमारे नजदीकी पड़ोसियों ने भी भारत की यात्रा की है. यह हमारी कूटनीति की असफलता और परंपरागत रूप से निष्क्रिय विदेश नीति का परिणाम है.'

खुद पर खतरे का आकलन कर रहा पाकिस्तान
उन्होंने सैन्य उपायों से भारत का मुकाबला करने के प्रयासों के अलावा देश की आंतरिक 'एकजुटता' पर भी बल दिया. उन्होंने कहा कि भारत को पाकिस्तान की आंतरिक स्थिति का लाभ नहीं उठाने दिया जाना चाहिए. अजीज ने जोर देकर कहा कि देश के वैज्ञानिक और विशेषज्ञ भारतीय परमाणु सिद्धांत से देश की सुरक्षा को उत्पन्न रणनीतिक खतरे का आकलन कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि सीमित स्रोतों के बावजूद पाकिस्तान ने एक मजबूत परमाणु प्रतिरोधक क्षमता प्रणाली विकसित की है. अजीज ने कहा कि पाकिस्तान हिंद महासागर को परमाणुकृत करने की भारत की योजना के 'खतरनाक निहितार्थ' को भी उजागर करने की योजना बना रहा है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र महासभा में हिंद महासागर को परमाणु मुक्त घोषित करने का प्रस्ताव पेश करने के विकल्प पर भी विचार कर रहा है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement