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'मोदी बहुत आक्रामक', PAK सेना के अधिकारी को सता रहा परमाणु हमले का डर

पाकिस्तानी सेना से रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल और नेशनल कमांड अथॉरिटी के सलाहकार खालिद अहमद किदवई ने भारत की नरेंद्र मोदी सरकार पर कट्टरपंथी होने का गंभीर आरोप लगाते हुए विवादित बयान दिया है.

फोटो- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फोटो- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 27 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 11:45 PM IST

पाकिस्तान की सेना से रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल और पाकिस्तानी नेशनल कमांड अथॉरिटी के सलाहकार खालिद अहमद किदवई ने भारत की नरेंद्र मोदी सरकार को लेकर विवादित बयान दिया है. खालिद अहमद किदवई ने कहा कि भारत में न्यूक्लियर हथियार की ताकत अब हिंदू कट्टरपंथियों के हाथ में है, जिस वजह से क्षेत्र में सामरिक अस्थिरता की आशंका बढ़ गई है. 

सोमवार को साउथ एशिया में सामरिक स्थिरता पर एक वर्कशॉप में बात करते हुए किदवई ने कहा कि भारत में परमाणु शक्ति अब कट्टरपंथी लीडरशिप के हाथों में है. किदवई ने आगे कहा कि भारत में कट्टरपंथी विचारधारा वाली सरकार और परमाणु शक्ति का होना एक खतरनाक कॉम्बिनेशन है जो दक्षिण एशिया की स्थिरता के लिए बड़ा खतरा है.

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किदवई ने आगे कहा कि भारत में परमाणु ताकत से संबंधित कमांड, कंट्रोल और ऑपरेशनल फैसलों की जिम्मेदार इंडियन नेशनल कमांड अथॉरिटी है. इसकी राजनीतिक परिषद की कमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तो कार्य परिषद की कमान अजीत डोभाल के हाथों में है. इसके साथ ही भारत सरकार के कुछ मंत्री आरएसएस बैकग्राउंड से आते हैं जिनमें गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल हैं.

जनसभाओं में परमाणु चलाने की बात करते हैं पीएम नरेंद्र मोदी
किदवई ने आगे कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परमाणु इस्तेमाल को लेकर हमेशा आक्रमक रुख बनाए रखा है. अपनी जनसभाओं में वे परमाणु शक्ति के इस्तेमाल की बात करते हैं. वहीं उनके मंत्रियों ने भी कई मौकों पर भड़काऊ और गैर जिम्मेदार बयान दिए हैं.

पाकिस्तान सेना के पूर्व अधिकारी किदवई ने कहा कि फरवरी साल 2019 में बालाकोट में एयर स्ट्राइक और मार्च 2022 में मिसाइल गिरने की घटनाएं परमाणु सशक्त पड़ोसी देश के खिलाफ आक्रमण का उदाहरण हैं, जबकि इसका नुकसान उन्हें भी पता है.

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किदवई ने अमेरिका और ब्रिटेन को भारत के साथ AUKUS डील जैसा कोई समझौता ना करने की चेतावनी भी दी. ऑकस डील के तहत यूएस और यूके, ऑस्ट्रेलिया को न्यूक्लियर अटैक पनडुब्बियों को बनाने की टेक्नोलॉजी में मदद कर रहे हैं.

ब्रह्मोस मिसाइल का क्रैश होना कोई एक्सीडेंट नहीं
ब्रह्मोस मिसाइल के पाकिस्तान में क्रैश होने को लेकर भारत की सफाई को खारिज करते हुए किदवई ने कहा कि 9 मार्च को पाकिस्तान में गिरी मिसाइल कोई दुर्घटना नहीं थी. 

किदवई ने कहा कि यह कोई अचानक से हो गई घटना नहीं है, क्योंकि किसी भी मिसाइल को बिना बड़े नेताओं की अनुमति के नहीं लॉन्च किया जाता है. साथ ही इसके लिए कई सप्ताह प्लानिंग भी की जाती है. किदवई ने आगे कहा कि पाकिस्तान ने इन दोनों मामलों में संयम और परिपक्वता का परिचय दिया है, जिससे तनाव न पैदा हो. 

गलती से पाकिस्तानी सीमा के अंदर जा गिरी थी भारतीय मिसाइल
जिस घटना की बात किदवई कर रहे हैं, उसे लेकर भारत सरकार अपना पक्ष पहले भी साफ कर चुकी है कि मिसाइल गलती से ही पाकिस्तान की सीमा के अंदर गिरी थी. इस बात पर भारत ने खेद भी जताया था और आंतरिक जांच के भी आदेश दिए थे. हालांकि, पाकिस्तान ने इस मामले में लगातार बयानबाजी जारी रखी थी, लेकिन भारत अपनी कही बात पर अडिग था.

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वहीं बालाकोट स्ट्राइक की बात जो किदवई ने की है, वह जम्मू कश्मीर में सीआरपीएफ जवानों से भरी बस पर आतंकी हमले के बाद पीओके में मौलाना मसूद अजहर के ठिकानों पर की गई थी. दरअसल, 14 फरवरी 2019 को हुए आतंकी हमले में काफी संख्या में सीआरपीएफ जवान शहीद हुए थे, जिसके बाद भारत  ने 26 फरवरी को मसूद अजहर के ठिकानों पर पाकिस्तान में घुसकर बमबारी कर दी थी. 

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