
पाकिस्तान में रात भर चले राजनीतिक ड्रामे के बाद PML-Q के नेता चौधरी परवेज इलाही (Pervaiz Elahi) पंजाब के नए सीएम नियुक्त किये गए हैं. सुप्रीम कोर्ट ने कल प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को झटका दिया था और उनके बेटे हमजा शहबाज को पंजाब के सीएम की गद्दी से उतार दिया था. इसके बाद बाद रात में ही इलाही को पंजाब के सीएम पद की शपथ दिलाई गई.
सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में डिप्टी स्पीकर दोस्त मोहम्मद मजारी के फैसले को असंवैधानिक करार दिया था. उन्होंने वोटिंग के दौरान 10 वोटों को अवैध करार दिया था, जिसकी वजह से चौधरी परवेज इलाही चुनाव हार गये थे और हमजा शहबाज पंजाब के सीएम बन गये थे. लेकिन फिर इलाही ने सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई और फैसला उनके हक में आया.
राज्यपाल ने शपथ दिलाने से किया मना, विशेष प्लेन से पहुंचे इस्लामाबाद
कोर्ट के आदेश के बावजूद इलाही की शपथ आसानी से नहीं हुई. पंजाब के सुप्रीम कोर्ट के तीन जजों की बेंच ने पंजाब के राज्यपाल बालिग उर रहमान को आदेश दिया था कि वह इलाही को सीएम पद की शपथ दिलाएं. लेकिन उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया. इसके बाद इलाही रात को ही इस्लामाबाद पहुंचे. यहां पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने उनको शपथ दिलाई. इलाही का शपथ ग्रहण बुधवार को सुबह हुआ.
सुप्रीम कोर्ट ने ही अपने आदेश में कहा था कि अगर राज्यपाल शपथ नहीं दिलाएंगे तो यह काम राष्ट्रपति को करना होगा. इसलिए राष्ट्रपति अल्वी ने विशेष विमान भेजकर रात को ही इलाही को इस्लामाबाद बुला लिया था.
क्या है मामला
बता दें कि इलाही को इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) का समर्थन है. वहीं सुप्रीम कोर्ट का फैसला पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के हमजा शरीफ के लिए झटका है. वह पीएम शहबाज शरीफ के बेटे हैं.
पाकिस्तान की संसद में हुई वोटिंग में इलाही को 186 वोट मिले थे. वहीं हमजा को 179 वोट मिले थे. लेकिन स्पीकर ने इलाही के 10 वोटों को खारिज कर दिया था. इससे उनके वोटों की संख्या 176 हो गई थी. ऐसे में हमजा को विजेता घोषित किया गया था. उन्होंने पंजाब के सीएम के रूप में शपथ भी ले ली थी. लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उनको गद्दी से उतरना पड़ा. कोर्ट ने उन 10 वोटों को वैध माना था.