
पेशावर की मस्जिद में हुए आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है. एक दिन पहले ही पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ (Khawaja Asif) ने कहा था कि भारत और इजरायल जैसे मुल्कों में कभी इबादत करते हुए लोगों पर हमले नहीं हुए. लेकिन पाकिस्तान में इस तरह के हमले दिनोंदिन बढ़ रहे हैं. लेकिन भारत को सराहते हुए उनके बयान को 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि उन्होंने भारत के खिलाफ फिर से जहर उगलना शुरू कर दिया है.
ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि भारत असल में अफगानिस्तान सीमा से आंतकियों की मदद कर रहा है. भारत अफगान सीमा से ऑपरेट कर रहे आतंकियों को ट्रेनिंग देने में जुटा है.
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, ख्वाजा ने कहा कि तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) अफगानिस्तान की सीमा से सटे इलाकों में एक्टिव है. टीटीपी अफगानिस्तान में सक्रिय है और पाकिस्तान में पुलिस चौकियों पर हमले कर रहा है.
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर निशाना साधते हुए कहा कि हम इमरान सरकार की कमजोर नीतियों का हर्जाना भर रहे हैं. इमरान खान की सरकार में अंतरराष्ट्रीय मौद्रिक कोष (आईएमएफ) के साथ की गई डील की वजह से पाकिस्तान इस आर्थिक बदहाली का सामना कर रहा है.
इमरान खान की असफल नीतियों की वजह से पाकिस्तान में एक बार फिर आतंकवाद बढ़ रहा है. आतंक फैलाने के लिए टीटीपी गुटों को दी जा रही ट्रेनिंग के सवाल पर ख्वाजा कहते हैं कि भारत की मदद से टीटीपी समूह पाकिस्तान की शांति के लिए खतरा बन गए हैं. हमने सफलता से आतंकवाद का सामना किया है और अपने तनावग्रस्त क्षेत्रों में शांति लाने में कामयाब हुए हैं.
उन्होंने कहा कि सरकार अर्थव्यवस्था में दोबारा जान फूंकने और आतंकवाद का डटकर मुकाबला करने के लिए हरसंभव कदम उठाएगी.
पेशावर हमले में आंतरिक सहायता से इनकार नहीं
पेशावर हमले ने पाकिस्तान में खौफ पैदा कर दिया है. इस हमले से सहमे पाकिस्तान ने आतंकवाद से निपटने के लिए तैयारी करनी शुरू कर दी है. पाकिस्तानी फौज धड़ाधड़ हाई लेवल सिक्योरिटी मीटिंग कर आतंक से निपटने के लिए मास्टर प्लान तैयार करने में जुटी हैं. तो वहीं, पाकिस्तान की सियासी पार्टी एक-दूसरे पर देश में आतंक को बढ़ाने का आरोप लगा रही हैं. ऐसे में यह संभावना जताई जा रही है कि पेशावर हमले के तार अंदर से जुड़े हुए हैं.
पेशवार पुलिस प्रमुख इजाज खान का कहना है कि पेशावर की मस्जिद में हुए हमलों के मद्देनजर अब तक कई गिरफ्तारियां की गई हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस यह जांच करने में जुटी है कि आत्मघाती हमलावर इस अति सुरक्षित पुलिस इलाके में कैसे घुसा? खान ने कहा कि इस हमले को अंजाम देने में आंतरिक मदद की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.
बता दें कि पाकिस्तान के पेशावर में मस्जिद पर हुए आत्मघाती हमले में अब तक 100 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. धमाके में घायल हुए 200 से ज्यादा लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. पाकिस्तान तालिबान ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है.
पाकिस्तान तालिबान को तहरीक-ए-तालिबान के नाम से भी जाना जाता है. टीटीपी ने धमाके के बाद बयान जारी कर कहा था कि उन्होंने पिछले साल अगस्त में अपने नेता उमर खालिद खुरासनी की हत्या का बदला लिया लिया है. खुलेआम ये दावा करके टीटीपी ने एक तरह से पाकिस्तान की सरकार को खुली चुनौती दे दी है.
उमर खालिद खुरासनी की मौत अगस्त 2022 में अफगानिस्तान में तब हुई थी, जब उसकी कार को निशाना बनाकर एक धमाका किया गया था. इसमें खुरासनी समेत 3 लोग मारे गए थे.