
इमरान खान ने एक बार फिर युद्ध और एटम बम वाली ब्लैकमेलिंग की अपनी जानी पहचानी धमकी दोहराई है. इमरान खान ने एक विदेशी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा है कि अगर कश्मीर समस्या का समाधान हो जाए तो एटम बम की जरूरत ही नहीं है. गरीबी और कर्ज से लड़ते इमरान खान को अक्सर परमाणु बम की याद आती रहती है और वे तुरंत भारत को धमकी भी दे देते हैं.
एक विदेशी चैनल को दिए इंटरव्यू में इमरान खान ने कहा है कि जिस समय कश्मीर के मुद्दे का एक समाधान हो जाएगा, दोनों पड़ोसी देश एक सभ्य नागरिक की तरह से रहेंगे. तब हमें परमाणु हथियारों की जरूरत नहीं रहेगी. समाचार एजेंसियों के मुताबिक, इमरान खान ने इंटरव्यू के दौरान कहा कि वे जब अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से मिलेंगे, तब वे जनमत संग्रह के जरिए कश्मीर मसले के हल के लिए बात करेंगे.
उन्होंने यह भरोसा जताया है कि अमेरिका ने संकल्प और इच्छा दिखाई तो इस समस्या का समाधान हो सकता है. गौरतलब है कि इमरान खान ने एकबार यह भी कहा था कि दुनिया कश्मीर के मसले पर बीच में नहीं पड़ेगी तो युद्ध हो जाएगा. पाकिस्तान इसी ब्लैकमेलिंग के सहारे हमेशा चलता रहा है. इमरान ने इसके बाद कहा था कि हमेशा से ही परमाणु बमों के खिलाफ रहा हूं. हमारी भारत के साथ तीन बार जंग हो चुकी है.
उन्होंने कहा था कि इसके बाद जब से हमारे पास परमाणु हथियार हैं, तब से लेकर अब तक कोई भी युद्ध भारत के साथ नहीं हुआ. पाकिस्तान को लगता है कि ये सब करने से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उसकी बात सुन ली जाएगी. इमरान खान को शायद यह लगता है कि दुनिया के बड़े देश बेचैन होकर भारत-पाकिस्तान के मामलों में बीच-बचाव करेंगे. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कश्मीर के प्रति अपनी अतिरिक्त चिंता दिखाते हुए परमाणु युद्ध की बातें तो करते हैं लेकिन ये भूल जाते हैं कि अगर युद्ध हुआ तो पुराने युद्ध जैसा नहीं होगा.
इमरान खान के बयान पर एक्सपर्ट्स कहते हैं कि उनका ये एटम बम वाला किस्सा दुनिया का ध्यान खींचने के लिए है. रक्षा विशेषज्ञ पीके सहगल ने कहा कि उनकी ये चालें और धमकियां अब काम नहीं आएंगी. ये नया इंडिया है. सिर्फ सुनकर चुप नहीं रह जाता. सहगल कहते हैं कि इमरान की एटम बम वाली बातें दुनिया को भ्रमित करने के लिए हैं.