Advertisement

अंडे के फंडे पर उड़ा मजाक तो इमरान खान ने दिया बिल गेट्स का उदाहरण

सत्ता में अपनी सरकार के 100 दिन पूरे होने के मौके पर आयोजित एक समारोह में खान ने कहा था क‍ि उनकी सरकार अपना खुद का धंधा शुरू करने के लिए वंचित महिलाओं को मवेशी और मुर्गियां उपलब्ध कराएगी. इस पर उनका मजाक उड़ा तो ब‍िल गेट्स का उदाहरण देकर अपनी बात को सही सा‍बित क‍िया.

इमरान खान (Photo:Facebook) इमरान खान (Photo:Facebook)
श्याम सुंदर गोयल
  • इस्लामाबाद ,
  • 02 दिसंबर 2018,
  • अपडेटेड 12:13 AM IST

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपनी सरकार के गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत ग्रामीण महिलाओं को अंडे और चिकन प्रदान के प्रस्ताव का मजाक उड़ाने के लिए अपने विरोधियों पर निशाना साधा. उन्होंने कहा क‍ि 'औपनिवेशिक मानसिकता' वाले लोग इस विचार के लिए उनकी आलोचना करते हैं लेकिन इसी तरह की अवधारणा के लिए 'विलायतियों' (विदेशियों) की प्रशंसा करेंगे.

सत्ता में अपनी सरकार के 100 दिन पूरे होने के मौके पर आयोजित एक समारोह में खान ने कहा था, "उनकी सरकार अपना खुद का धंधा शुरू करने के लिए वंचित महिलाओं को मवेशी और मुर्गियां उपलब्ध करायेगी. योजना की जांच की गई है और सरकार उन्हें इंजेक्शन भी देगी ताकि वह चिकन की संख्या तेजी से बढ़ा सकें. इससे उन्हें खाने के लिए पोषक भोजन और बेचने के लिए और चिकन तथा अंडे मिलेंगे."

Advertisement

चिकन की बात करते हैं तो उसका मजाक उड़ाया जाता है

पाकिस्तान की विपक्षी पार्टियों ने प्रधानमंत्री के इस प्रस्ताव का मजाक उड़ाते हुए देश की बीमार अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए इसे एक 'गंभीर कॉमेडी' और 'एक और गूगल समाधान' बताया था. विपक्ष की आलोचना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए खान ने शनिवार को ट्वीट किया, "उपनिवेशवादी दिमाग वाले लोग अगर देशी गरीबी को खत्म करने के लिए चिकन की बात करते हैं तो उसका मजाक उड़ाया जाता है लेकिन अगर कोई 'विलायती' (बिल गेट्स जैसे विदेशी) देशी चिकन और गरीबी की बात करे तो उसे उसकी प्रतिभा समझा जाता है." उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स के उस लेख का भी जिक्र किया जिसमें उन्होंने पोल्ट्री पहल के बारे में बात करते हुए विश्वास जताया था कि गरीबी से नागरिकों (ग्रामीण क्षेत्रों) को उठाने का यह एक तरीका है.

Advertisement

इमरान खान के सुझाव को सुन कर हैरान

इससे पूर्व पीएमएल-एन के वरिष्ठ नेता एहसान इकबाल ने कई ट्वीट किये थे और कहा था कि वह इमरान खान के सुझाव को सुन कर हैरान हैं. उन्होंने ट्वीट किया, "इमरान खान के सुझाव को सुनने के बाद मैं हैरान हूं और हमारे देश के लिए चिंतित हूं. अंडे और देशी चिकन आधारित अर्थव्यवस्था की उस समय बात करना, जब चौथी औद्योगिक क्रांति होने वाली है, एक 'गंभीर कॉमेडी' है. इससे पता चलता है कि किस तरह के एजेंडे पर प्रधानमंत्री कार्यालय में चर्चा की जाती है."

गरीब लोगों की मदद करने के लिए एक अभियान चलाया था

विपक्षी पार्टियों के अलावा इस प्रस्तावित विचार के लिए सोशल मीडिया पर समाज के अन्य वर्गों से भी खान को आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने अपने अध्यक्ष का बचाव करते हुए अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर कहा, "माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स ने अफ्रीका में अधिक गरीब लोगों की मदद करने के लिए एक अभियान चलाया था जिसके तहत लोगों को चिकन दिए गए थे. हालांकि जब प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस बारे में कहा तो वह मुद्दा बन गया. प्रचारवादी वास्तव में अपनी नफरत से ऊपर नहीं बढ़ सकते हैं."

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement