
पाकिस्तान ने एक बार फिर से संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर का मुद्दा उठाया है. यहां शुक्रवार देर रात (भारतीय समय अनुसार) को बोलते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शांति की अपील करते हुए कहा कि हम भारत सहित अपने सभी पड़ोसियों के साथ शांति चाहते हैं. हालांकि दक्षिण एशिया में स्थायी शांति और स्थिरता जम्मू और कश्मीर विवाद के न्यायसंगत और स्थायी समाधान पर निर्भर है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा में बोलते हुए शाहबाज शरीफ ने कहा कि भारत को रचनात्मक जुड़ाव के लिए अनुकूल माहौल बनाने के लिए विश्वसनीय कदम उठाने चाहिए. हम पड़ोसी हैं और हमेशा के लिए रहेंगे. चुनाव हमारा है कि हम शांति से रहें या एक-दूसरे से लड़ते रहें.
उन्होंने कहा कि 1947 के बाद से हमारे बीच 3 युद्ध हुए हैं और इसके परिणामस्वरूप दोनों तरफ केवल दुख, गरीबी और बेरोजगारी बढ़ी है. शांतिपूर्ण बातचीत और चर्चा के माध्यम से अपने मतभेदों, हमारी समस्याओं और हमारे मुद्दों को हल करना अब हम पर निर्भर करता है. मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि भारत इस संदेश को समझे कि दोनों देश एक दूसरे से जुड़े हुए हैं. युद्ध कोई विकल्प नहीं है, केवल शांतिपूर्ण बातचीत से ही मुद्दों का समाधान हो सकता है, ताकि आने वाले समय में दुनिया और अधिक शांतिपूर्ण हो सके.
पाकिस्तान में आई बाढ़ का भी जिक्र
शहबाज शरीफ ने देश में आई विनाशकारी बाढ़ के बीच पाकिस्तान की स्थिति के बारे में भी विस्तार से बताया. उन्होंने कहा, "400 से अधिक बच्चों सहित मेरे 1500 से अधिक लोग इस बाढ़ में इस दुनिया से चले गए हैं. बीमारी और कुपोषण से कहीं अधिक खतरे में हैं. लाखों लोग बाढ़ से बचकर तंबू लगाने के लिए सूखी भूमि की तलाश कर रहे हैं."