Pakistan Political Crisis LIVE: पाकिस्तान में इमरान खान के खिलाफ पेश अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने और नेशनल असेंबली भंग होने के मामले में सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई बुधवार को फिर टल गई. सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने पूछा- क्या राष्ट्रपति संसद भंग करने की वजह पूछ सकते हैं? वहीं इससे पहले जस्टिस Jamal Khan Mandokhel ने कहा कि सुनवाई को पटरी से उतारने की कोशिश ना की जाए.
पाकिस्तान में इमरान खान के खिलाफ पेश अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने और नेशनल असेंबली भंग होने के मामले में सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई बुधवार को फिर टल गई. सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने पूछा- क्या राष्ट्रपति संसद भंग करने की वजह पूछ सकते हैं? वहीं इससे पहले जस्टिस Jamal Khan Mandokhel ने कहा कि सुनवाई को पटरी से उतारने की कोशिश ना की जाए.
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर जल्द से जल्द आम चुनाव की तारीखों का ऐलान करने के लिए कहा है. उन्होंने कहा कि चुनाव 90 दिन के भीतर आयोजित होने हैं. वहीं इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान जस्टिस Jamal Khan Mandokhel ने कहा कि सुनवाई को पटरी से उतारने की कोशिश ना की जाए. हमने संविधान को बचाने की कसम खाई है. हम ऐसा फैसला देंगे जो देश हित में होगा.
सुनवाई के दौरान कोर्ट में जस्टिस Jamal Khan Mandokhel ने कहा कि सुनवाई को पटरी से उतारने की कोशिश ना की जाए. उन्होंने कहा कि हमने संविधान को बचाने की कसम खाई है. जस्टिस बोले कि हम ऐसा फैसला देंगे जो देश हित में होगा.
पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने इमरान खान की पार्टी PTI के वकील को फटकारा है. कोर्ट ने वकील से तीखे सवाल किए. पूछा गया कि किस आधार पर डिप्टी स्पीकर ने अविश्वास प्रस्ताव को खारिज किया और इस फैसले का आधार क्यों नहीं बताया गया. बता दें कि डिप्टी स्पीकर ने इमरान खान सरकार के खिलाफ आए अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया था.
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस Umer Ata Bandyal ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि सुनवाई में हो रही देरी से ऐसा समझा जा रहा है कि कोर्ट इसमें देरी कर रहा है. कोर्ट को फैसला ना सुनाने का आरोपी बनाया जा रहा है.
पीपल्स पार्टी के नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट के बाहर इमरान खान पर निशाना साधा. वह बोले कि पहले ये संसद से भागे, अब शायद सुप्रीम कोर्ट से भी भागेंगे और फिर याद रखना कि ये इलेक्शन से भी भागेंगे.
पाकिस्तान के राजनीतिक संकट पर पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हो गई है. पाकिस्तान के चीफ जस्टिस Ata Bandyal ने कहा है कि वह आज इस केस पर फैसला देना चाहते हैं. Ata Bandyal ने कहा कि MQM, Tehreek-e-Labeek, PTM, Jamaat-e-Islami को इस केस में पार्टी नहीं माना गया है. वहीं इमरान की पार्टी के वकील Babar Awan ने कहा कि Rah-e-Haq पार्टी और BAP भी संसद का तो हिस्सा हैं लेकिन केस का हिस्सा नहीं हैं.
सुप्रीम कोर्ट के बाहर आज इमरान खान के मंत्री फवाद चौधरी पत्रकारों से भिड़ गए. फवाद से एक सवाल पूछा गया था जिसपर वह भड़क गए. फवाद ने पत्रकारों को किराये के आदमी कहा था, जिसपर माहौल बिगड़ गया.
सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई से पहले इमरान खान ने विपक्षी पार्टियों पर फिर हमला बोला है. इमरान खान ने कहा कि हमारे मीर जाफर और मीर सादिकों के जरिए विदेशी ताकतें पाकिस्तान की संप्रभुता और लोकतंत्र पर हमला कर रही हैं, जिसके खिलाफ जनता को आवाज उठानी चाहिए.
इमरान खान आज धमकी भरे पत्र की न्यायिक जांच की मांग करेंगे. कहा जा रहा है कि वह इसके लिए न्यायिक कमीशन गठित करने की मांग रखेंगे.