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पाकिस्तान में बिजली संकट ने बढ़ाई मुसीबत, रात 8 बजे बंद होंगे मार्केट और रेस्टोरेंट्स

पाकिस्तान में बिजली संकट गहराता जा रहा है. इससे उबरने के लिए पाकिस्तान की सरकार ने बाजार और रेस्तरां रात आठ बजे बंद करने का फैसला लिया है. जबकि मैरिज होम्स रात 10 बजे तक खुले रहेंगे. हालांकि इस फैसले पर अंतिम मुहर गुरुवार को लगेगी.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
aajtak.in
  • इस्लामाबाद ,
  • 20 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 9:11 PM IST

पाकिस्तान पर इन दिनों बिजली संकट के साथ ही लगातार बढ़ती मुद्रास्फीति की दोहरी मार पड़ रही है. पाकिस्तान में यूक्रेन-रूस युद्ध और जून में आई विनाशकारी बाढ़ ने मुल्क को भयंकर बिजली संकट को कई गुना बढ़ दिया है. इसके समाधान के लिए पाकिस्तान की सरकार ने बाजार और रेस्तरां रात आठ बजे बंद करने का फैसला लिया है. जबकि मैरिज होम्स रात 10 बजे तक खुले रहेंगे.

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एजेंसी के मुताबिक पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने राष्ट्रीय ऊर्जा-संरक्षण कार्यक्रम शुरू किया है. आसिफ ने कहा कि शहबाज शरीफ सरकार इस राष्ट्रव्यापी योजना को लागू करने के लिए प्रांतों से संपर्क करेगी.

कैबिनेट की बैठक के बाद ख्वाजा आसिफ ने कहा कि इस योजना पर गुरुवार तक अंतिम फैसला लिया जाएगा. अगले कुछ दिनों में हम इस राष्ट्रीय परियोजना के साथ सभी प्रांतों से संपर्क करेंगे और फिर गुरुवार को संरक्षण नीति को अंतिम मंजूरी दी जाएगी.

पाकिस्तान के रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि इस योजना के तहत मैरिज होम्स रात 10 बजे तक खुले रहेंगे, जबकि रेस्टोरेंट्स, होटल और बाजार रात 8 बजे तक बंद हो जाएंगे. हालांकि, उन्होंने कहा कि रेस्टोरेंट्स के बंद होने के समय को एक घंटे के लिए बढ़ाए जाने पर फैसला लिया जा सकता है.

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आसिफ ने कहा कि अगर 20 प्रतिशत सरकारी कर्मचारी रोटेशन के आधार पर घर से काम करते हैं, तो 56 अरब रुपये बचाए जा सकते हैं और कुछ कदमों के साथ मिलकर देश 62 अरब रुपये बचाने में सक्षम होगा.

ख्वाजा आसिफ ने कहा कि 38 अरब रुपये बचाने में मदद करने के लिए जल्द ही बिजली बचाने वाले बल्व और पंखे बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे. साथ ही पेट्रोल की खपत को कम करने के लिए इलेक्ट्रिक बाइक लॉन्च की जाएंगी.

ख्वाजा आरिफ ने कहा कि हमने ई-बाइक के लिए आयात शुरू कर दिया है. मौजूदा बाइक्स के निस्तारण के लिए मोटरसाइकिल कंपनियों के साथ बातचीत शुरू कर दी है. जिससे करीब 86 अरब रुपये की बचत होगी.

उन्होंने कहा कि सरकार एक योजना पर काम कर रही थी, लेकिन बिजली संकट के समाधान के लिए तत्काल प्रभाव से फैसला लेना था. इसे देखते हुए बाजारों को जल्दी बंद करने जैसे महत्वपूर्ण उपायों पर विचार किया गया है.
 

 

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