
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के मामले कई बार सामने आते रहे हैं. इस बीच जमात-ए-अहमदिया पाकिस्तान का दावा है कि पाकिस्तान पुलिस ने धार्मिक कट्टरपंथियों के दबाव में अहमदिया मुसलमानों की 80 कब्रों को नष्ट कर दिया.
पाकिस्तान में अहमदी समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले संगठन जमात-ए-अहमदिया पाकिस्तान का कहना है कि ये घटना लाहौर से लगभग 100 किलोमीटर दूर पंजाब प्रांत के दस्का की है.
जमात-ए-अहमदिया पाकिस्तान के मुताबिक, धार्मिक कट्टरपंथियों के दबाव में पुलिस ने अहमदिया समुदाय से जुड़े दो अलग-अलग कब्रगाह में कुल 80 कब्रों को नेस्तानाबूद कर दिया.
संगठन की ओर से जारी बयान में कहा गया कि इस तथ्य के बावजूद कि पंजाब सरकार ने कब्रगाह की ये जमीन अहमदिया समुदाय को आवंटित की थी. पुलिस ने इन कब्रों को नष्ट कर दिया.
इस संबंध में दस्ता के सहायक आयुक्त अनवर अली कान्जू ने इन कब्रों को नष्ट करने के अवैध आदेश जारी किए थे. संगठन ने कहा कि अनवर अली लंबे समय से अहमदियों के उत्पीड़न में शामिल रहे हैं. सरकार को ये समझने की जरूरत है कि अनवर जैसे अदिकारी वैश्विक स्तर पर पाकिस्तान की छवि खराब कर रहे हैं.
बता दें कि पाकिस्तान में लगभग 40 लाख अहमदिया मुसलमान रहते हैं. 1889 में अहमदिया समुदाय की स्थापना कादियान नाम के एक गाँव में हुई थी. ये गांव अब भारत के पंजाब में है. अहमदिया मुसलमान और सुन्नी या शिया मुसलमान के मान्याताओं के बीच अंतर की वजह से कई मुसलमान अहमदिया मुसलमान को विधर्मी मानते हैं.