
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में पाकिस्तान को आतंकवाद का एपीसेंटर (केंद्र बिंदु) बताया था. ऑस्ट्रिया के सरकारी चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि सीमा पार आतंकवाद फैलाने में पाकिस्तान का बड़ा हाथ है और दुनिया को पाकिस्तान से सतर्क हो जाना चाहिए.
भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर के इस बयान से पाकिस्तान तिलमिला गया है. पाकिस्तानी विदेश कार्यालय ने बयान जारी करते हुए कहा कि भारतीय विदेश मंत्री का यह बयान पाकिस्तान को बदनाम करने और अलग-थलग करने में भारत की विफलता के बाद हताशा को दर्शाता है.
पाकिस्तान ने क्या कहा
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा कि भारतीय विदेश मंत्री के आधारहीन आरोपों को पाकिस्तान खारिज करता है. इसके अलावा एफओ ने बयान में कहा है कि भारत का यह आरोप पाकिस्तान को बदनाम करने में भारत की विफलता के बाद बढ़ती निराशा को दिखाता है.
भारत पर पाकिस्तान के खिलाफ द्वेषपूर्ण अभियान चलाने का आरोप लगाते हुए पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत पीड़ितों की एक बनावटी कहानी के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गुमराह करने के लिए एंटी पाकिस्तान प्रोपैगैंडा चलाता है. पाकिस्तान ने कहा कि यह द्वेषपूर्ण अभियान अब बंद होना चाहिए.
दिसंबर 2022 में जारी डोजियर का हवाला देते हुए पाकिस्तानी एफओ ने कहा कि भारत को पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवाद, तोड़फोड़ और जासूसी करना बंद कर देना चाहिए. इस डोजियर में पाकिस्तान ने लाहौर हमले में भारत का हाथ होने का आरोप लगाया था.
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि लगातार पाकिस्तान विरोधी बयान देने से भारत की ओर से पाकिस्तान की जमीन पर आतंकवाद को भड़काने में शामिल होने की भूमिका से नहीं बचा जा सकता है. इसके अलावा पाकिस्तान ने जम्मू कश्मीर में भी भारत पर आतंकवाद फैलाने का आरोप लगाया है.
क्या कहा था जयशंकर ने
दरअसल, ऑस्ट्रिया विदेश मंत्री के साथ बैठक के दौरान एस जयशंकर ने अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान को आतंकवाद का एपीसेंटर बताया था. उसके बाद ऑस्ट्रिया के सरकारी चैनल में भी पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा था, "एक राजनयिक होने का मतलब यह नहीं है कि आप सच नहीं बोलेंगे. पाकिस्तान के लिए मैं इससे भी ज्यादा कठिन शब्दों का इस्तेमाल कर सकता हूं. मेरा यकीन मानिए भारत के साथ जो हो रहा है, उसके लिए 'आतंकवाद का एपीसेंटर' बहुत छोटा और राजनयिक शब्द है."
जयशंकर ने यूरोप को भी दी नसीहत
जयशंकर ने आस्ट्रिया में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था, "जब आतंकवाद का केंद्र बिंदु भारत के इतना ज्यादा करीब है तो अपने आप ही हमारा अनुभव दूसरों के लिए काम का है." वहीं, इंटरव्यू के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूरोप पर निशाना साधते हुए कहा था कि जब हम विचारों और मूल्यों की बात करते हैं तो यूरोपीय देश इन हरकतों की निंदा क्यों नहीं करते हैं?"
पाकिस्तान के साथ युद्ध को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए एस जयशंकर ने कहा था, "दुनिया को लगता है कि यह सिर्फ उनकी परेशानी है, क्योंकि यह दूसरे देशों के साथ हो रहा है. जबकि दुनिया को यह समझने की जरूरत है कि आतंकवादियों से मिल रही चुनौतियों का कैसे मजबूती से सामना किया जाए."