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पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने पनामा पेपर्स लीक मामले में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की संतान के रुख को लेकर गहरी नाराजगी जताई है. सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को कहा कि एक सदस्यीय इस मामले में प्रधानमंत्री शरीफ के परिवार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करेगा. सुप्रीम कोर्ट ने कड़ा रुख दिखाते हुए पूछा कि नवाज शरीफ की संतान ने आरोपों पर जवाब क्यों नहीं दाखिल किया.
सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय बेंच ने शरीफ परिवार के विदेश में अवैध संपत्ति जुटाने के आरोपों को लेकर दाखिल 5 एक जैसी याचिकाओं पर इससे पहले सोमवार को सुनवाई की थी. सुप्रीम कोर्ट ने तब नवाज शरीफ के परिवार को लिखित जवाब दाखिल करने का आदेश दिया था.
एक सदस्यीय जांच आयोग का गठन होगा
बेंच ने शुक्रवार को कहा कि पनामा पेपर्स केस में सभी जवाबों पर गौर करने के बाद एक सदस्यीय आयोग का गठन किया जाएगा. इस बारे में अंतिम फैसला सोमवार को किया जाएगा. इससे पहले प्रधानमंत्री की संतान की ओर से दाखिल जवाबों और संदर्भ की शर्तों की समीक्षा की जाएगी. शरीफ का जवाब उनके वकील सलमान अहमद बट की ओर से शुक्रवार को कोर्ट में दाखिल किया गया. साथ ही शरीफ के दामाद मुहम्मद सफदर का जवाब भी दाखिल किया गया. लेकिन शरीफ की बेटी मरियम और दोनों बेटों- हुसैन और हसन कोर्ट में जवाब दाखिल करने में नाकाम रहे.
नवाज बोले- मेरी संतान मुझ पर निर्भर नहीं
प्रधानमंत्री ने विदेश में कोई भी कंपनी होने से इनकार किया. साथ ही कहा कि वो नियमित करदाता हैं. शरीफ के मुताबिक उन्होंने 2013 में अपनी सारी संपत्ति को घोषित किया था, इसलिए वो संविधान के तहत अयोग्य नहीं ठहराए जा सकते. शरीफ ने ये भी कहा कि उनकी कोई भी संतान उन पर निर्भर नहीं है. जब कोर्ट ने ये पूछा कि शरीफ की संतान ने जवाब क्यों नहीं दाखिल किया तो शरीफ के वकील ने कहा कि मरियम, हुसैन और हसन देश से बाहर हैं.
सोमवार तक देना होगा जवाब
वकील के इस जवाब पर कोर्ट ने गहरी नाराजगी जताई. साथ ही आदेश दिया कि शरीफ की बेटी और बेटे सोमवार तक जवाब दाखिल कर दें जिससे कि केस आगे बढ़ सके. सोमवार को ही इस मामले में अगली सुनवाई तय की गई. बता दें कि पाकिस्तान की तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के चेयरमैन इमरान खान और अन्य ने पनामा पेपर्स लीक मामले में जांच की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिकाएं दायर की थीं.