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तिलमिलाए PAK ने रद्द की मुनाबाव-खोखरापार ट्रेन सेवा, रोकी थार एक्सप्रेस

समझौता एक्सप्रेस के बाद पाकिस्तान ने मुनाबाव-खोखरापार ट्रेन सेवा रद्द कर दी है. इसके साथ ही थार एक्सप्रेस को रोकने का फैसला किया गया है. राजस्थान के जोधपुर से थार एक्सप्रेस पाकिस्तान जाती है.

 थार एक्सप्रेस थार एक्सप्रेस
गीता मोहन
  • नई दिल्ली,
  • 09 अगस्त 2019,
  • अपडेटेड 4:39 PM IST

तिलमिलाए पाकिस्तान ने समझौता एक्सप्रेस के बाद मुनाबाव-खोखरापार ट्रेन सेवा रद्द कर दी है. इसके साथ ही थार एक्सप्रेस को रोकने का फैसला किया गया है. राजस्थान के जोधपुर से थार एक्सप्रेस पाकिस्तान जाती है.

इससे पहले, जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान ने समझौता एक्सप्रेस रोक दी थी. पाकिस्तान ने अपने ट्रेन ड्राइवर और गार्ड को समझौता एक्सप्रेस के साथ भेजने से मना कर दिया है.

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जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद से पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे पर लगातार टांग अड़ा रहा है. जबकि भारत साफ शब्दों में इसे आंतरिक मामला बता चुका है. पाकिस्तान ने कश्मीर से 370 हटाने के फैसले को अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बना दिया है.

यूएन में पाकिस्तान की राजदूत मलीहा लोधी ने इस मुद्दे को यूएन में उठाया. उन्होंने इस पर कहा कि आज मैंने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के चीफ स्टाफ मारिया लुईसा रिबेरो वियोटी से मुलाकात की. उनके सामने कश्मीर पर भारत के फैसले के बारे में जानकारी दी और कहा कि सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का अनुपाल कराने के लिए संयुक्त राष्ट्र को दखल देना चाहिए.

शिमला समझौता

भारत और पाकिस्तान शिमला समझौते के तहत इस बात के लिए राजी हुए थे कि वे एक-दूसरे की संप्रभुता का सम्मान करेंगे. किसी के आंतरिक मामले में दखल नहीं देंगे. दुबे का कहना है कि पाकिस्तान कश्मीर को लेकर भारत के आंतरिक मामले में दखल दे रहा है, जो शिमला समझौते के खिलाफ है. प्रेसिडेंशियल ऑर्डर के बाद कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा बन चुका है. लिहाजा अब इस मसले पर कोई देश दखल नहीं दे सकता है. अगर पाकिस्तान दखल देता है, तो यह अंतरराष्ट्रीय कानूनों का भी उल्लंघन है.

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शिमला समझौते में इस बात का भी जिक्र किया गया कि दोनों देश एक-दूसरे के खिलाफ प्रोपेगेंडा नहीं फैलाएंगे. शिमला समझौते के तहत दोनों देश आपसी विवाद को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने के लिए भी सहमत हुए. इस समझौते में इस बात पर जोर दिया गया कि दोनों देश आम लोगों के बीच संपर्क को बढ़ाने के लिए रिश्तों को मजबूत करने के लिए कदम उठाएंगे. इसमें सौहार्दपूर्ण रिश्ते बनाने को लेकर भी करार किया गया. इसके अलावा कारोबार बढ़ाने के लिए भी दोनों देश कदम उठाएंगे. साथ ही विज्ञान और संस्कृति के क्षेत्र में आपसी आदान-प्रदान बढ़ाने को लेकर भी समझौता किया गया.

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