
खूंखार पाकिस्तानी आतंकी हाफिज सईद की पार्टी मिल्ली मुस्लिम लीग (MML) समर्थित प्रत्याशी याकूब शेख लाहौर उपचुनाव में तीसरे स्थान पर रहा है. इस उपचुनाव में याकूब और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेगम कुलसुम समेत कुल 44 प्रत्याशी मैदान में थे. हालांकि इसमें जीत बेगम कुलसुम की हुई. फिलहाल इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है. लाहौर की NA-120 सीट पर हुए उपचुनाव में याकूब शेख कहने को तो स्वतंत्र उम्मीदवार था, लेकिन उसको हाफिज सईद की पार्टी MML का समर्थन मिला. हाफिज सईद को राजनीति में लाने के लिए पाकिस्तानी सेना ने बड़ी रणनीति बनाई है.
MML समर्थित उम्मीदवार के तीसरे नंबर पर रहने से आतंकियों के हौसले बुलंद हो गए हैं. चुनाव परिणाम आने के बाद याकूब शेख ने कहा कि 32 दिन की पार्टी MML ने 32 साल पुरानी राजनीतिक पार्टियों को टक्कर दी है. आने वाले वक्त में हमारी उड़ान और रफ्तार बहुत बेहतर रहेगी. चुनाव प्रचार के दौरान शहर में लगे पोस्टरों में हाफिज सईद का धड़ल्ले से इस्तेमाल किया गया. हालांकि पाकिस्तान चुनाव आयोग ने मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की पार्टी MML को मान्यता नहीं दी थी. साथ ही पार्टी के चुनाव लड़ने पर भी रोक लगा दी थी.
आतंकी संगठन जमात-उद-दावा का नाम बदलकर बनाया था MML
दुनिया की आंख में धूल झोंकने के लिए हाफिज सईद ने स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर याकूब शेख को चुनाव मैदान में उतारा. इस चुनाव में MML ने याकूब शेख का पूरा समर्थन किया. 32 दिन पहले ही हाफिज सईद के आतंकी संगठन जमात-उद-दावा का नाम बदलकर मिल्ली मुस्लिम लीग (MML) किया गया था. मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को पाकिस्तानी सेना ने खास रणनीति के तहत राजनीति में ला रही है. सूत्रों के मुताबिक पिछले साल नवाज शरीफ ने आतंकियों को राजनीति में लाने के पाकिस्तानी सेना के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था. हाफिज सईद के सिर पर अमेरिका ने 10 लाख डॉलर का इनाम भी घोषित कर रखा है. करीब छह महीने से भारत और अमेरिका के दबाव के चलते पाकिस्तान सरकार ने हाफिज सईद को नजरबंद कर रखा है.
32 दिन में 32 साल की पार्टियों को टक्कर
चुनाव परिणाम आने के बाद याकूब शेख ने कहा कि हमने लाहौर उपचुनाव में बड़ी राजनीतिक पार्टियों को पछाड़कर तीसरे स्थान पर रहे. 32 दिन की पार्टी MML ने 32 साल पुरानी पार्टियों को टक्कर दिया. शेख ने कहा कि अब हमने राजनीति के क्षेत्र में कदम रख दिया है और भविष्य में हमारी उड़ान और रफ्तार बहुत बेहतर होगी. इस चुनाव में नवाज शरीफ की बेगम कुलसुम ने 61,254 वोट हासिल करके जीत दर्ज की, जबकि क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की प्रत्याशी यास्मीन राशिद को 47,066 वोट मिले.