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मसूद के लिए PAK में भारत की नो एंट्री, बोला- हम ही खोलेंगे पठानकोट का सच

पाकिस्तान ने पठानकोट हमले के गुनहगार मसूद अजहर से भारत की पूछताछ की मांग ठुकरा दी. पाकिस्तान ने कहा है कि वह खुद ही पूछताछ कर लेगा और हमले का सच सामने लाएगा.

PAK पीएम नवाज शरीफ और आतंकी मसूद अजहर PAK पीएम नवाज शरीफ और आतंकी मसूद अजहर
विकास वशिष्ठ
  • इस्लामाबाद,
  • 25 जनवरी 2016,
  • अपडेटेड 12:56 PM IST

पाकिस्तान ने आखिर फिर वही किया जो करता आ रहा था. कल ही नवाज शरीफ ने कहा था कि भारत के दिए सबूतों को गोल भी कर सकते थे. और अगले ही दिन खबर आ गई कि पाक हुकूमत ने जैश-ए-मोहम्मद के सरगना और पठानकोट हमले के गुनहगार मसूद अजहर से संयुक्त पूछताछ की भारत की मांग खारिज कर दी.

क्या कहा पाकिस्तान ने
पाकिस्तानी अखबार द नेशन ने सूत्र के हवाले से यह खबर दी है. अखबार ने एक अधिकारी के हवाले से लिखा है- 'भारत मसूद और उसके भाई से पूछताछ के लिए अपनी टीम भेजना चाहता था. लेकिन पाकिस्तान ने यह मांग खारिज कर दी है. पाकिस्तान ने भारत को भरोसा दिलाया है कि वह खुद इन दोनों से गंभीरता से पूछताछ कर रहा है और पठानकोट हमले का सच सामने लाएगा. असल में भारत चाहता है कि हम मसूद को उसे सौंप दें और हम हर बार मना कर दिया है. अब उसने कहा है कि कम से कम पूछताछ तो करने दी जाए. हमने कह दिया यह मुमकिन नहीं है.'

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यह घटनाक्रम भी अहम

  • फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद हमारी यह मांग सही बताते हैं कि पाक गुनहगारों पर कार्रवाई करे.
  • अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा कहते हैं कि पाकिस्तान को अब तो गंभीरता दिखानी ही चाहिए.
  • फिर शरीफ का बयान आता है- भारत ने नए सूबत दिए हैं. हम चाहते तो ये छिपा भी सकते थे.
  • और अब अफसर का बयान- 'कोई गुनहगार साबित हुआ तो पाकिस्तान सजा देने में हिचकेगा नहीं.

भारत ने रखी थी यह मांग
पठानकोट हमले की जांच के लिए दोनों मुल्क एक-दूसरे की टीम भेजना चाहते थे. भारत ने मांग रखी थी कि वह अपनी टीम भेजकर मसूद और उसके भाई से पूछताछ करेगा. भारत इसके सबूत सौंप चुका है कि 2 जनवरी को पठानकोट एयरबेस पर हमला करने आए आतंकियों के हैंडलर ये ही थे. हालांकि अब यह तय नहीं है कि इस रवैये के बाद पाकिस्तानी टीम को पठानकोट आकर जांच करने की इजाजत दी जाएगी या नहीं.

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अब तक ये बातें नकार चुका PAK

  • भारत ने जो फोन नंबर सौंपे वो पाकिस्तानी थे, पर उसने कहा- ये हमारे नहीं हैं.
  • यह भी नकार दिया कि पठानकोट हमले में उसकी सरजमीं का इस्तेमाल हुआ है.
  • मसूद और उसके भाई के खिलाफ सबूत दिए, पर मानने से इनकार कर दिया.

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