Advertisement

Chandrayaan-3 को लेकर क्या कह रहा पाकिस्तानी मीडिया, पूर्व पाक मंत्री अपने बधाई संदेश को लेकर क्यों घिरे?

चंद्रयान-3 की सफल लॉन्चिंग को लेकर भारत को दुनियाभर से बधाई संदेश मिल रहे हैं. पाकिस्तान के पूर्व मंत्री ने भी चंद्रयान-3 को लेकर भारत को बधाई दी है जिसके बाद से ही ट्विटर पर उन्हें ट्रोल किया जा रहा है. वहीं, पाकिस्तान की मीडिया ने भी चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग पर काफी रिपोर्ट्स प्रकाशित की हैं.

पाकिस्तान के अखबारों में चंद्रयान-3 के लॉन्चिंग का खूब चर्चा है (Photo- ISRO) पाकिस्तान के अखबारों में चंद्रयान-3 के लॉन्चिंग का खूब चर्चा है (Photo- ISRO)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 17 जुलाई 2023,
  • अपडेटेड 3:46 PM IST

भारत ने शुक्रवार को अपना मून मिशन Chandrayaan-3 सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया. इसरो इस मिशन से चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग कराने की तैयारी में है. अगर भारत अपने मिशन में कामयाब होता है तो वह चीन, रूस और अमेरिका के बाद चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग कराने वाला चौथा देश बन जाएगा. चंद्रयान को सफलतापूर्वक लॉन्च करने की भारत की सफलता पर जापान, ब्रिटेन की स्पेस एजेंसियों समेत कई देशों ने बधाई दी है. पाकिस्तान की मीडिया में भी चंद्रयान-3 के लॉन्चिंग की काफी चर्चा है. 

Advertisement

इस बीच पाकिस्तान के पूर्व सूचना और प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी का एक ट्वीट वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने चंद्रयान-3 के सफल लॉन्चिंग को लेकर भारत को बधाई दी है. उनके इस ट्वीट की चर्चा इसलिए हो रही है क्योंकि इससे पहले जब भारत का मून मिशन सॉफ्ट लैंडिंग के प्रयास में असफल हो गया था तब फवाद चौधरी ने भारत पर करारा तंज कसा था. उन्होंने तब एक ट्वीट में भारत के लिए 'India' की जगह 'Endia' शब्द का इस्तेमाल किया था.

उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा था, 'ओहो....जो काम आता नहीं, पंगा नहीं लेते न....डियर इंडिया (Endia).'

हालांकि, अब उन्होंने भारत को बधाई देते हुए कहा है, 'चंद्रयान के लॉन्च पर भारत के अंतरिक्ष और विज्ञान समुदाय को बधाई. आप सबको मेरी शुभकामनाएं.'

उनके इस बधाई संदेश को लेकर उनकी खूब आलोचना की जा रही है. सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश मार्कंडेय काटजू ने कहा कि मिशन की असफलता पर फवाद चौधरी ने जो ट्वीट किया था वो इमरान खान की तत्कालीन सरकार को खुश करने के लिए था. इसके लिए उन्हें शर्म आनी चाहिए.

Advertisement

पाकिस्तान की मीडिया में क्या छपा?

पाकिस्तान के सभी बड़े अखबारों, डॉन, द एक्सप्रेस ट्रिब्यून, जियो टीवी आदि ने चंद्रयान-3 के लॉन्चिंग को लेकर कई रिपोर्ट्स प्रकाशित की हैं. लगभग सभी रिपोर्ट्स में इस बात की प्रमुखता से चर्चा है कि सॉफ्ट लैंडिंग की भारत की पहली कोशिश असफल रही थी.

वहीं, भारत की इस सफलता को लेकर पाकिस्तान के कुछ लोग अपनी सरकार को कोस रहे हैं. पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी बिजनेसमैन साजिद तरार ने पाकिस्तानी पत्रकार आरजू काजमी के शो पर बात करते हुए कहा कि पाकिस्तान की सरकारें केवल अपने लोगों को बेवकूफ बनाती हैं.

उन्होंने भारत के मून मिशन की बात करते हुए कहा, 'ये चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाले हैं, वहां रोशनी नहीं है, सतह काफी-उबड़ खाबड़ है, बड़ा मुश्किल है वहां लैंड करा पाना. भारत का सारा प्रोग्राम अपेक्षाकृत सस्ता होता है. भारत के वैज्ञानिकों में राष्ट्रीयता का जज्बा है इसलिए वो ये सबकुछ कर लेते हैं. लेकिन हमारा फोकस इन सब पर नहीं होता.'

उन्होंने पाकिस्तान के युवाओं को सलाह दी कि वो भारत की मीडिया में चल रही खबरों को देखें ताकि उन्हें पता चले कि हमारा पड़ोसी कितना आगे जा रहा है और हम क्या कर रहे हैं.

Advertisement

उन्होंने कहा, 'आप (पाकिस्तान के युवा) भारत की मीडिया को देखें ताकि यह जान सकें कि यह सब कैसे किया जा रहा है. आप भी ये कर सकते हैं. आपको  बेवकूफ बनाया जा रहा है. ये जो आपकी भलाई की बात करते हैं, उन सभी नेताओं के बच्चे लंदन में अच्छे कॉलेजों में पढ़ रहे हैं.' 

अखबार डॉन में क्या छपा?

पाकिस्तान के सबसे बड़े अंग्रेजी अखबार डॉन ने समाचार एजेंसी एएफपी के हवाले से लिखा है कि भारत ने अपना कम कीमत वाला चंद्रयान-3 लॉन्च कर दिया है. अखबार ने लिखा कि भारत के महत्वाकांक्षी मून मिशन का यह दूसरा प्रयास है. 

बता दें कि भारत ने इससे पहले भी चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग की कोशिश की थी जिसमें वो नाकामयाब रहा था. भारत ने 22 जुलाई 2019 को चंद्रयान-2 लॉन्च किया था जिसका लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान 7 सितंबर को चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग की कोशिश में क्रैश हो गया था. भारत ने चार सालों बाद चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग की दूसरी कोशिश में चंद्रयान 3 को भेजा है.

चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग पर पाकिस्तानी अखबार ने लिखा, 'चंद्रयान-3 तुलनात्मक रूप से कम बजट वाला एयरोस्पेस प्रोग्राम है. भारत इस मिशन के जरिए सॉफ्ट लैंडिंग की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है. चार सालों पहले सॉफ्ट लैंडिंग का भारत का पिछला प्रयास असफल रहा था जब लैंडिंग से ठीक पहले चंद्रयान-2 से संपर्क टूट गया था.'

Advertisement

अखबार ने चंद्रयान-3 की कम लागत को लेकर आगे लिखा, 'विशेषज्ञों का कहना है कि भारत मौजूदा स्पेस टेक्नोलॉजी की नकल करके और उसे अपने मिशन में अपनाकर अपनी लागत को कम रख सकता है. और इसके लिए भारत के पास बेहद कुशल इंजिनियरों की भरमार है जो अपने विदेशी समकक्षों से बेहद कम पैसा कमाते हैं.'

एक अन्य रिपोर्ट में डॉन ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स के हवाले से लिखा कि चंद्रयान-3 अगर सॉफ्ट लैंडिंग कर लेता है तो यह भारत की एक अभूतपूर्व उपलब्धि होगी जो उसे दुनिया की प्रमुख अंतरिक्ष शक्ति के रूप में स्थापित करेगी.

अखबार ने लिखा, 'चंद्रयान-3 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला पहला अंतरिक्ष यान होगा. इस क्षेत्र पर पानी की बर्फ की उपस्थिति है जिस कारण अंतरिक्ष एजेंसियां और निजी अंतरिक्ष कंपनियां यहां विशेष रुचि रखती हैं. पानी की उपस्थिति के कारण चांद पर अंतरिक्ष स्टेशन बनाना संभव हो सकता है.'

द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने क्या कहा?

पाकिस्तान के एक और बड़े अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने लिखा है कि अगर भारत का यह मिशन सफल हो जाता है तो भारत उन तीन देशों, रूस, चीन, अमेरिका की सूची में शामिल हो जाएगा जो चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करा चुके हैं. 

अखबार ने रॉयटर्स के हवाले से लिखा, 'चंद्रयान जिसका संस्कृत में अर्थ होता है- चांद का वाहन, उसमें दो मीटर लंबा लैंडर है जो रोवर को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतारेगा. अगर चांद पर सफल सॉफ्ट लैंडिंग हो जाती है तो रोवर दो हफ्ते तक वहां कई तरह के खोज और प्रयोग करेगा. इसरो ने उम्मीद जताई है कि चंद्रयान 23 अगस्त को चांद पर लैंड करेगा.'

Advertisement

जियो टीवी ने क्या छापा?

जियो टीवी ने लिखा कि भारत ने अपना चंद्रयान-3 लॉन्च कर दिया है और उम्मीद है कि 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर पहुंच जाएगा. भारत के पहले असफल प्रयास का जिक्र करते हुए अखबार ने लिखा कि साल 2019 में भारत के मून मिशन चंद्रयान-2 का लैंडर और रोवर लैंडिंग की कोशिश में चांद की सतह से कुछ दूरी पर क्रैश कर गया था.   

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement