
पाकिस्तान और भारत के बीच जल्द होने जा रहे टी-20 विश्व कप को लेकर फैंस में काफी उत्साह है. हालांकि इस मैच से पहले पाकिस्तानी नौसेना ने भारत पर गंभीर आरोप लगाए हैं. पाकिस्तान की नौसेना ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा है कि भारत की एक पनडुब्बी ने पाकिस्तान के जलक्षेत्र में घुसने की कोशिश की है. पाकिस्तान का दावा है कि उनकी नौसेना ने ना केवल भारत की पनडुब्बी की पहचान की बल्कि उसे डिटेक्ट करते हुए रास्ता भी रोक दिया.
इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने कहा कि पाकिस्तानी नौसेना ने भारतीय नौसेना की एक पनडुब्बी के पाकिस्तान के पानी में प्रवेश करने के प्रयास को रोक दिया है. पाकिस्तानी सेना के मीडिया विंग द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, भारतीय पनडुब्बी ने 16 अक्टूबर को पाकिस्तान के जलक्षेत्र में प्रवेश करने की कोशिश की थी, लेकिन पाकिस्तानी नौसेना ने इस बारे में 'पहले ही पता लगा लिया था और भारत की पनडुब्बी को ट्रैक कर लिया था.' इस बयान में आगे कहा गया है कि ये अपनी तरह की ऐसी तीसरी घटना है, जब पाकिस्तानी नौसेना के लंबी दूरी के समुद्री गश्त वाले विमान के सहारे भारतीय पनडुब्बी का पता लगाते हुए उन्हें ट्रैक कर लिया गया.
पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक, मार्च 2019 में भी पाकिस्तानी नौसेना ने एक भारतीय पनडुब्बी को इसी तरह डिटेक्ट किया था और वे चाहते तो उस पनडुब्बी को आसानी से नष्ट कर सकते थे लेकिन वे शांति का मौका देना चाहते थे. उस समय नौसेना के प्रवक्ता के एक बयान में कहा गया था, 'पाकिस्तानी नौसेना ने पनडुब्बी को सफलतापूर्वक पाकिस्तानी जलक्षेत्र में प्रवेश करने से रोकने के लिए अपनी स्पेशल स्किल का इस्तेमाल किया है.' डॉन के मुताबिक इससे पहले नवंबर 2016 में भी भारतीय पनडुब्बी ने घुसपैठ करने की कोशिश की थी लेकिन पाकिस्तानी नौसेना ने उस समय भी इस पनडुब्बी को डिटेक्ट करते हुए उसे पाकिस्तानी जल क्षेत्र से बाहर कर दिया था.
संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन के समुद्री कानून के मुताबिक, किसी भी देश के स्पेशल इकोनॉमिक जोन में कोई भी दूसरा देश बिना किसी पूर्व जानकारी के किसी तरह की गतिविधियों को अंजाम नहीं दे सकता है. स्पेशल इकोनॉमिक जोन में तटीय देशों को सभी प्राकृतिक संसाधनों की खोज, दोहन, संरक्षण और प्रबंधन का संप्रभुता अधिकार प्राप्त होता है. इस मामले में भारत की नौसेना की तरफ से आधिकारिक बयान नहीं आया है. हालांकि भारतीय सूत्रों ने पाकिस्तान के इस दावे को खारिज किया है.