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अब पाकिस्तानी रेडियो ने बताया जम्मू-कश्मीर के मौसम का हाल

रेडियो पाकिस्तान ने मौसम रिपोर्ट में श्रीनगर, पुलवामा, जम्मू और लद्दाख के न्यूनतम व अधिकतम तापमान की भी जानकारी दी. रेडियो पाकिस्तान का कश्मीर पर विशेष कवरेज है और इसका कुछ हिस्सा जम्मू-कश्मीर की खबरों के लिए निर्धारित भी किया गया है.

सांकेतिक तस्वीर (PTI) सांकेतिक तस्वीर (PTI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 10 मई 2020,
  • अपडेटेड 10:51 PM IST

  • पाकिस्तानी चैनल ने कश्मीर पर चलाया बुलेटिन
  • पीओके का मौसम पूर्वानुमान दिखा रहा है भारत

पाकिस्तान के एक सरकारी रेडियो चैनल ने रविवार को जम्मू-कश्मीर का मौसम पूर्वानुमान (वेदर अपडेट) प्रसारित किया है. पाकिस्तान का यह प्रसारण हिंदुस्तान के उस कदम के एक दिन बाद हुआ है जिसमें पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के मौसम की कवरेज शुरू की गई है. रेडियो पाकिस्तान ने रविवार को अपनी एक रिपोर्ट में बताया, 'जम्मू-कश्मीर में बादल छाए रह सकते हैं और कहीं-कहीं बारिश होने की भी संभावना है.'

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रेडियो पाकिस्तान ने मौसम रिपोर्ट में श्रीनगर, पुलवामा, जम्मू और लद्दाख के न्यूनतम व अधिकतम तापमान की भी जानकारी दी. रेडियो पाकिस्तान का कश्मीर पर विशेष कवरेज है और इसका कुछ हिस्सा जम्मू-कश्मीर की खबरों के लिए निर्धारित भी किया गया है. यहां का सरकारी टीवी चैनल पाकिस्तान टेलीविजन भी कश्मीर की खबरें कवर करता है और घाटी से जुड़े स्पेशल बुलेटिन दिखाता है. एक अनुमान के मुताबिक, पाकिस्तान में यह चलन तब से बढ़ा है जब से भारत ने पीओके के मौसम की जानकारी देना शुरू किया है.

ये भी पढ़ें: पाकिस्तान ने बढ़ाई बॉर्डर पर हलचल, F-16 और मिराज लगातार भर रहे उड़ान

पाकिस्तान ने शुक्रवार को भारत के उस वेदर रिपोर्ट को खारिज कर दिया जिसमें मीरपुर, मुजफ्फराबाद और गिलगिट-बाल्टिस्तान के मौसम से जुड़ी रिपोर्ट प्रसारित की गई थी. पाकिस्तान ने इस कदम को अवैध बताते हुए कहा था कि इससे पूरे इलाके के अस्तित्व पर प्रश्नचिन्ह लगेगा. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि यह कदम (वेदर रिपोर्ट) ठीक वैसा ही है जैसा पिछले साल एक 'कथित राजनीतिक नक्शा' जारी किया गया था.

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पाकिस्तान के मंत्रालय ने इस कदम को अवैध बताते हुए सच्चाई से परे बताया. पाकिस्तान की ओर से इसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन बताया गया है. बता दें, भारत ने पिछले साल एक नक्शा जारी कर पीओके को जम्मू-कश्मीर का हिस्सा बताया था, जबकि गिलगिट-बाल्टिस्तान को लद्दाख का भाग बताया गया था. पाकिस्तान की ओर से इस पर घोर आपत्ति जताई गई थी.

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