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शहबाज शरीफ की बयानबाजी के बीच भारत ने बिलावल भुट्टो को भेजा SCO समिट के लिए न्योता

भारत ने गोवा में आयोजित होने वाली एससीओ की बैठक के लिए पाकिस्तान और चीन के विदेश मंत्रियों को औपचारिक निमंत्रण भेजा है. बीते साल 16 सितंबर को भारत ने औपचारिक रूप से एससीओ की अध्यक्षता संभाली थी. यह सम्मेलन इस साल मई महीने में आयोजित होना है. सूत्रों के अनुसार, भारत ने रूस समेत एससीओ के सभी सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों को न्योता भेजा है.

गोवा में मई में आयोजित होगी एससीओ की बैठक (फाइल फोटो) गोवा में मई में आयोजित होगी एससीओ की बैठक (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 25 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 9:34 AM IST

भारत 4-5 मई को गोवा में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक आयोजित करने जा रहा है. भारत में बैठके लिए संगठन के सभी सदस्यों को औपचारिक रूप से निमंत्रण भेजा है. इन सदस्यों में पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो और पाकिस्तान के चीफ जस्टिस उमर अता बंदियाल को भी बुलाया गया है. हालांकि अभी तक पाकिस्तानी पक्ष की ओर से यह नहीं बताया गया है कि विदेश मंत्री बिलावल बैठक में शामिल होंगे या नहीं. इतना ही  नहीं चीन से चल रहे सीमा विवाद के बीच भारत ने चीन के विदेश मंत्री चिन गांग को भी इंविटेशन दिया गया है.

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एससीओ फिल्म फेस्टिवल में पाक ने नहीं लिया हिस्सा

पाकिस्तान ने इस महीने के आखिर में मुंबई में होने वाले एससीओ फिल्म फेस्टिवल में हिस्सा नहीं लिया है, जबकि सभी देशों ने इसके लिए एंट्रीज भेज दी है. पाकिस्तान एकमात्र ऐसा देश है जिसने समूह के तीसरे ऐसे फिल्म समारोह में स्क्रीनिंग के लिए कोई फिल्म नहीं भेजी. सूचना एवं प्रसारण की अतिरिक्त सचिव नीरजा शेखर ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि केवल एक एससीओ सदस्य देश है, जहां से हमें कोई एंट्री नहीं मिली है और न ही हमें कोई जवाब दिया गया है.

स्थायी सदस्य बनने के बाद पहली बार कर रहा अध्यक्ष्ता

एससीओ की आखिरी बैठक उज्बेकिस्तान के समरकंद में हुई थी. पीएम नरेंद्र मोदी इस बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे थे. बीते साल 16 सितंबर को भारत ने औपचारिक रूप से एससीओ की अध्यक्षता संभाली थी. 2017 में इस संगठन का स्थायी सदस्य बनने के बाद पहली बार भारत एससीओ की अध्यक्षता करने जा रहा है.

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भारत से रिश्ते सुधारना चाहता है पाकिस्तान

पाकिस्तान पीएम शहबाज शरीफ ने पिछले दिनों कहा था उनके देश ने तीन युद्धों से अपना सबक सीखा है और भारत के साथ शांति से रहना चाहता है. इसके अलावा, पीएम मोदी पर पिछले महीने संयुक्त राष्ट्र में बिलावल भुट्टो की टिप्पणी ने दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार की बात कही थी. पाकिस्तान से सीमा पार आतंकवाद के मुद्दों के संबंध में दोनों देशों के बीच संबंध कई वर्षों से अनिश्चित रहे हैं. पाकिस्तान किसी भी वार्ता के लिए पूर्व भारतीय राज्य जम्मू और कश्मीर के लिए अनुच्छेद 370 की बहाली की मांग कर रहा है.

शंघाई में 2001 में एससीओ का गठन किया गया था. एससीओ में रूस, भारत, चीन, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान इसके सदस्य हैं. ईरान इसका नया सदस्य बना है. भारत और पाकिस्तान 2017 में इसके सदस्य बने थे. 

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