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पंजशीर में नॉर्दर्न एलायंस और तालिबान में जंग तेज, गृहयुद्ध की आशंका से डरा PAK

तालिबान ने पंजशीर को घेरने का दावा किया है. 15 अगस्त के बाद से ही तालिबान पंजशीर पर कब्जे की कोशिश में है, लेकिन यहां पर नॉर्दर्न एलायंस लगातार उसे चुनौती दे रहा है.

पंजशीर में जारी है जंग (फाइल फोटो) पंजशीर में जारी है जंग (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 02 सितंबर 2021,
  • अपडेटेड 3:08 PM IST
  • पंजशीर में जारी है तालिबान-नॉर्दर्न एलायंस की जंग
  • सोमवार को शुरू हुई थी यहां पर मुठभेड़

अफगानिस्तान के पंजशीर (Panjshir) में तालिबान और नॉर्दर्न एलायंस के बीच की जंग अभी भी जारी है. दोनों पक्षों के बीच जो बातचीत हो रही थी वो फेल हो गई है. अब तालिबान (Taliban) का दावा है कि उसने घाटी को पूरी तरह से घेर लिया है. ऐसे में तालिबान और नॉर्दर्न एलायंस के बीच आने वाले दिनों में तीखी झड़प देखने को मिल सकती है. 

समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, तालिबान ने पंजशीर को घेर लिया है. पंजशीर ही वो इलाका है जिसपर अभी तक तालिबान का कब्जा नहीं है. तालिबान ने 15 अगस्त को काबुल (Kabul) पर कब्जा जमा लिया था, लेकिन वह अभी तक पंजशीर को अपने कब्जे में नहीं कर पाया है. 

घुसपैठ की ताड़ में है तालिबान

शेर ए पंजशीर अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद की अगुवाई में यहां पर नॉर्दर्न एलायंस लगातार तालिबान के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं. पिछले दिनों में तालिबान की ओर से पंजशीर के एंट्रेंस पर हमला करना तेज हुआ है, वह लगातार घुसपैठ की ताड़ में बैठा है. 

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अहमद मसूद के अलावा खुद को अफगानिस्तान के कार्यकारी राष्ट्रपति घोषित कर चुके अमरुल्ला सालेह भी अभी पंजशीर में ही हैं. अमरुल्ला सालेह ने ट्वीट कर कहा है कि पंजशीर हर अफगान नागरिक के हक के लिए लड़ाई लड़ रहा है. पंजशीर आखिरी दम तक अफगान के लोगों के लिए लड़ता रहेगा.

तालिबानी नेता ने रॉयटर्स को बताया कि पंजशीर की चारों ओर से घेराबंदी कर ली गई है, लेकिन अभी किसी तरह के हमले का प्लान नहीं है. हम चाहते हैं कि बातचीत के जरिए शांति से पंजशीर का विवाद सुलझ जाए, ताकि किसी को कोई नुकसान ना पहुंचे. 

पाकिस्तान ने जताई अफगानिस्तान में गृह युद्ध की आशंका...

पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अफगानिस्तान की स्थिति को लेकर कहा कि विदेशी सेना ने जिस तरह अचानक अफगानिस्तान से वापसी की है, वह सही नहीं थी. इस तरह की स्थिति अफगानिस्तान में गृहयुद्ध की स्थिति पैदा कर सकती है, ऐसे में अगर तालिबान के साथ सही तरीके से संपर्क नहीं साधा गया था. 

शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में जंग खत्म करने को लेकर जिस तरह की आशंकाएं जताई थीं, उनको पूरी तरह से इग्नोर किया गया. पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा कि हम नहीं चाहते हैं कि अफगानिस्तान में किसी तरह के आतंकी संगठन के पैर मजबूत हो. 

शाह महमूद कुरैशी बोले कि पश्चिमी देशों को लगातार तालिबान के साथ संबंध स्थापित करना होगा, ताकि वहां पर स्थिति पर नजर रखी जा सके और अफगानिस्तान में हालात गृह युद्ध जैसे ना हो जाएं. 

सोमवार से चल रही है दोनों गुटों में जंग

गौरतलब है कि सोमवार से ही पंजशीर में कई झड़प की बात सामने आई थी. नॉर्दर्न एलायंस की ओर से दावा किया गया था कि तालिबान ने जो घुसपैठ की कोशिश की थी, वह नाकाम हुई है. नॉर्दर्न एलायंस के तालिबान के 300 से अधिक लड़ाकों को मारने और 40 से अधिक लड़ाकों को पकड़ने का दावा किया था. 

सोमवार के बाद से ही पंजशीर के बाहरी इलाके में तालिबान और नॉर्दर्न एलायंस के लड़ाकों के बीच लड़ाई जारी है. दोनों ओर से रुक-रुक कर फायरिंग की जा रही है. नॉर्दर्न एलायंस के अहमद मसूद पहले ही ऐलान कर चुके हैं कि वह शांति से इस मसले का हल चाहते हैं, लेकिन तालिबान जंग चाहेगा तो वही होगा. 

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