
अमेरिका ने पेरिस जलवायु समझौते को लेकर विकास में बाधा का राग अलापा है. व्हाइट हाउस ने कहा कि जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौते के तहत अमेरिका की अपनी प्रतिबद्धताओं का पालन करने से विकास प्रभावित होगा. डोनाल्ड ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान ग्लोबल वार्मिंग कम करने को लेकर साल 2015 में हुई संधि से बाहर होने का वादा किया था.
अब ट्रंप ने कहा है कि वह सिसली में शुक्रवार से शुरू हुए G-7 सम्मेलन के बाद वाशिंगटन लौटने पर इस पर फैसला लेंगे. ट्रंप के आर्थिक सलाहकार गैरी कॉन ने कहा कि हम जानते हैं कि पिछली सरकार ने जिन बातों पर सहमति जताई थी, वे अमेरिका की आर्थिक वृद्धि के लिए बहुत हानिकारक होंगे.
कॉन ने अमेरिकी राष्ट्रपति के आधिकारिक विमान एयर फोर्स वन से यात्रा करते हुए कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने आपको बताया है कि वह वापस लौटकर पेरिस और जलवायु समझौते पर फैसला लेंगे. वह यह जानने के इच्छुक हैं कि G-7 नेता जलवायु के बारे में क्या कहते हैं? रिपब्लिकन राष्ट्रपति के सलाहकार ने कहा कि ट्रंप पर्यावरण के लिए सही चीजें करना चाहते हैं.
वह पर्यावरण की परवाह करते हैं, लेकिन वह अमेरिकी लोगों के लिए नौकरियों की भी परवाह करते हैं. ट्रंप ने कोयले के खिलाफ युद्ध समाप्त करने की घोषणा की थी. पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के शासन में कार्बन उत्सर्जित करने वाले दुनिया के दूसरे सबसे बड़े देश अमेरिका ने साल 2025 तक साल 2005 के स्तर से 26-28 प्रतिशत तक ग्रीनहाउस गैस का उत्सर्जन घटाने का संकल्प लिया था.