Advertisement

इजरायल: प्रधानमंत्री के खिलाफ सड़कों पर उतरे लोग, प्रदर्शनकारियों ने तोड़े नियम

प्रदर्शनकारियों की मांग है कि नेतन्याहू अपने पद से इस्तीफा दे दें क्योंकि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों में सुनवाई चल रही है. पिछले शुक्रवार को लागू तीन सप्ताह के लॉकडाउन में लोगों को सार्वजनिक प्रदर्शन करने की इजाजत दी गई थी.

नेतन्याहू पर धोखाधड़ी जैसे मामलों के आरोप (Photo: File) नेतन्याहू पर धोखाधड़ी जैसे मामलों के आरोप (Photo: File)
aajtak.in
  • ,
  • 22 सितंबर 2020,
  • अपडेटेड 1:20 AM IST
  • पीएम नेतन्याहू पर धोखाधड़ी जैसे मामलों के आरोप
  • इजरायल में पिछले हफ्ते लागू किया गया लॉकडाउन
  • हजारों प्रदर्शनकारियों ने शुरू किया फिरसे प्रदर्शन

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ लोग सड़कों पर हैं. हजारों प्रदर्शनकारियों ने रविवार को मध्य यरुशलम में उनके सरकारी आवास के बाहर अपना साप्ताहिक प्रदर्शन शुरू कर दिया है. प्रदर्शनकारियों में कई मांगें रखी हैं. 

दरअसल, इजरायल में पिछले हफ्ते एक नया लॉकडाउन आदेश लागू किया गया है जिसका उद्देश्य देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों पर लगाम लगाना है. पिछले शुक्रवार को लागू तीन सप्ताह के लॉकडाउन में एक अपवाद को शामिल किया गया था जिसके तहत लोगों को सार्वजनिक प्रदर्शन करने की इजाजत दी गई थी.

Advertisement

पीटीआई ने एजेंसी के हवाले से अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि प्रदर्शन में शामिल कई प्रदर्शनकारी सामाजिक दूरी के नियम को नजरंदाज करते दिखे. प्रदर्शनकारियों से कहा गया था कि वे छोटे-छोटे समूहों में रहें.

रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों की मांग है कि नेतन्याहू अपने पद से इस्तीफा दे दें क्योंकि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों में सुनवाई चल रही है. इजरायल के वाणिज्यिक केंद्र तेल अवीव के पास स्थित बनेई ब्राक नगर में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे और सार्वजनिक प्रार्थनाओं पर पाबंदियों के खिलाफ कचरा जलाया.

प्रदर्शन यहूदी नववर्ष की छुट्टी समाप्त होने के कुछ घंटे बाद फिर से शुरू हुए. नेतन्याहू सरकार ने छुट्टी शुरू होने से कुछ ही घंटे पहले नया लॉकडाउन लागू कर दिया था. इजरायल में पहला लॉकडाउन मार्च और अप्रैल में लागू किया गया था.

Advertisement

मालूम हो कि, नेतन्याहू पर धोखाधड़ी, अमानत में खयानत और तीन अलग अलग मामलों में रिश्वत स्वीकार करने के आरोप हैं. उनके खिलाफ आपराधिक सुनवाई जून में शुरू हुई थी लेकिन उन्होंने पद छोड़ने से इनकार कर अपने खिलाफ लगे आरोपों को खारिज कर दिया था.

इसे भी पढ़ें- 

 

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement