
पाकिस्तान के सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच पीएम नरेंद्र मोदी के एक वीडियो को लेकर तनातनी का माहौल है. इमरान खान की पार्टी पीटीआई के नेता शहबाज शरीफ की सरकार पर निशाना साधने के लिए नरेंद्र मोदी का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं जिसमें वो पाकिस्तान पर निशाना साध रहे हैं. वीडियो में नरेंद्र मोदी कह रहे हैं कि भारत ने पाकिस्तान को भीख का कटोरा लेकर घूमने के लिए मजबूर कर दिया है.
सरकार पर निशाना लेकिन खुद ही अपनी किरकिरी कर रही पीटीआई
पीटीआई के नेता पीएम मोदी का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर शहबाज शरीफ को घेर रहे है. वीडियो में नरेंद्र मोदी कह रहे हैं, 'भाइयों-बहनों, हमने पाकिस्तान की सारी हेकड़ी निकाल दी. उसे कटोरा लेकर दुनिया भर में घूमने के लिए मैंने मजबूर कर दिया.'
सीनेटर आजम खान स्वाति ने मोदी के इस वीडियो को ट्वीट कर लिखा, 'सुनिए, भारत के प्रधानमंत्री पाकिस्तान के बारे में क्या कह रहे हैं. अगर आप में थोड़ी भी इज्जत नहीं बची है तो थोड़ी शर्म ही कर लीजिए. पाकिस्तान को बचाने का बस एक ही तरीका है, इमरान खान को वापस लाना.
इन सबके बीच दिलचस्प बात यह है कि जिस वीडियो को शेयर कर पीटीआई के नेता शहबाज शरीफ सरकार को आर्थिक मोर्चे पर घेर रहे हैं, वो वीडियो साल 2019 का है, जब पीटीआई सत्ता में थी.
वीडियो की सच्चाई सामने आने के बाद से पाकिस्तान में कई लोग पीटीआई को घेर रहे हैं. पत्रकार नायला इनायत ने ट्वीट किया, 'इसका सबसे फनी पार्ट यह है कि पीटीआई इस वीडियो को शेयर कर हालिया सरकार से कह रही है कि देखिए आपके बारे में मोदी क्या कह रहे हैं. जबकि यह वीडियो क्लिप तो अप्रैल 2019 का है जब इमरान खान सरकार में थे.
इमरान खान कई मौकों पर शहबाज शरीफ को बता चुके हैं 'भिखारी'
पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार देश को डिफॉल्टर साबित होने से बचाने के लिए हर कोशिश कर रही है. हाल ही में जेनेवा में पाकिस्तान में बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए शहबाज शरीफ ने देशों और संस्थाओं से अपील की थी जिसके बाद उन्हें करीब 10 अरब डॉलर के मदद का आश्वासन मिला.
इस सम्मेलन में आर्थिक मदद की अपील को लेकर इमरान खान ने उन्हें भिखारी कह दिया. इमरान खान ने कहा कि शहबाज शरीफ को विदेशों में जाकर भीख मांगने में बिल्कुल शर्म नहीं आ रही. खान ने कहा था, 'जेनेवा में जाकर भीख मांगने में शर्म नहीं आ रही उन्हें. शहबाज शरीफ की निकम्मी सरकार अर्थव्यवस्था को संभालने में नाकाम रही है और अपनी सत्ता बचाने के लिए सरकार ने महंगाई को बेतहाशा बढ़ा दिया है. अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का दावा कर सत्ता में आने वाली सरकार आज विदेशों में जाकर गैरों के पैरों में पड़ी है.'
शहबाज शरीफ भी अपनी सरकार के लिए इस्तेमाल कर चुके हैं ऐसे शब्द
पाकिस्तान में पिछले साल भयंकर बाढ़ आई थी जिससे लाखों लोग प्रभावित हुए थे. इसे लेकर पिछले साल अक्टूबर में शरीफ ने कहा था कि विकसित देश प्रदूषण फैला रहे हैं जिसका खामियाजा पाकिस्तान जैसे देश भुगत रहे हैं. पाकिस्तान को 'भीख का कटोरा' लेकर ऐसे देशों के समक्ष हाथ फैलाने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए.
इसके बाद शहबाज शरीफ ने एक कार्यक्रम में पाकिस्तान की आर्थिक बदहाली का जिक्र करते हुए कहा था कि हमारे मित्र देश भी हमें 'भिखारी' समझते हैं. उन्होंने कहा कि हम जब किसी मित्र देश को फोन करते हैं या वहां जाते हैं तो उन्हें लगता है कि हम पैसे मांगने आए हैं.
भारत को लेकर बदलते शहबाज शरीफ के सुर
गंभीर आर्थिक संकट झेल रहा पाकिस्तान विदेशों की दया पर निर्भर हो गया है. उसके नेता, जो कभी भारत को लेकर भड़काऊ बयानबाजी करते थे, अब उनके सुर बदले नजर आ रहे हैं. हाल ही में पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने एक इंटरव्यू में कहा है कि हमने भारत के साथ तीन युद्ध किए लेकिन अब हमें सबक मिल गया है.
उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान पड़ोसी हैं और दोनों को साथ ही रहना है. यह हम पर निर्भर करता है कि हम शांति से रहें, तरक्की करें या एक-दूसरे से लड़कर अपना समय और संसाधन बर्बाद करें. हम अब शांति से जीना चाहते हैं और अपनी समस्याओं को सुलझाना चाहते हैं.