
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस की दो दिवसीय यात्रा के लिए पेरिस पहुंच गए हैं. वे 10 से 12 फरवरी तक फ्रांस की यात्रा पर रहेंगे. वे पेरिस में एआई कार्य शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता करेंगे. AI गवर्नेंस को मजबूत करने के लिए पेरिस शिखर सम्मेलन का उद्देश्य ग्लोबल गवर्नेंस मॉडल पर ध्यान केंद्रित करना है ताकि AI को अधिक समावेशी बनाया जा सके और साथ ही दुनिया भर के यूजर्स के लिए सुरक्षित और पारदर्शी AI सुनिश्चित किया जा सके.
PM मोदी राष्ट्रपति मैक्रों के साथ भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी के लिए 2047 क्षितिज कार्य योजना पर समीक्षा करेंगे. PM मोदी प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले भारतीय सैनिकों को मजारग्यूज युद्ध समाधि स्थल में श्रद्धांजलि भी अर्पित करेंगे.
पीएम फ्रांस में पहले भारतीय वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन करने के लिए फ्रांस के ऐतिहासिक शहर मार्सिले की यात्रा भी जाएंगे और अंतरराष्ट्रीय थर्मोन्यूक्लियर प्रायोगिक रिएक्टर परियोजना का भी दौरा करेंगे, जिसमें भारत फ्रांस सहित भागीदार देशों के संघ का सदस्य है.
फ्रांस रवाना होने से पहले क्या बोले पीएम मोदी?
अपने फ्रांस दौरे से पहले पीएम मोदी ने कहा, "मेरी इस यात्रा का एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू भारत-फ्रांस की रणनीतिक साझेदारी समीक्षा है. राष्ट्रपति मैक्रों के साथ मुलाकात के दौरान हम 2047 क्षितिज कार्य योजना पर प्रगति की जांच करेंगे. इसके अतिरिक्त, फ्रांस के ऐतिहासिक शहर मार्सिले में पहले भारतीय वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन भी मेरे कार्यक्रम का हिस्सा है."
प्रधानमंत्री ने बताया कि वह अंतर्राष्ट्रीय थर्मोन्यूक्लियर प्रायोगिक रिएक्टर परियोजना का भी दौरा करेंगे, जिससे वैश्विक ऊर्जा समस्याओं का समाधान निकाला जा सके.
फ्रांस के बाद अमेरिका दौरे पर जाएंगे पीएम
प्रधानमंत्री ने पेरिस के लिए रवाना होने से पहले बताया कि वह फ्रांस की यात्रा पूरी होने के बाद, वह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के निमंत्रण पर अमेरिका की यात्रा करेंगे. उन्होंने कहा, "यह यात्रा विशेष रूप से इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह राष्ट्रपति ट्रंप के नए कार्यकाल के दौरान हमारी पहली मुलाकात होगी. हालांकि हमारे पिछले सहयोग ने कई मील के पत्थर हासिल किए हैं, मेरे पास उनके पहले कार्यकाल के दौरान भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी बनाने की यादें हैं."