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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अमेरिका की यात्रा के दौरान 8 जून को अमेरिकी कांग्रेस की एक संयुक्त सत्र को संबोधित करने का न्योता दिया गया है. हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव के स्पीकर पॉल रियान ने गुरुवार को यह जानकारी दी.
रियान ने अपने साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में कहा है कि 'अमेरिका और भारत की दोस्ती दुनिया के एक अहम क्षेत्र में स्थिरता का स्तंभ है. यह संबोधन दुनिया के सर्वाधिक जनसंख्या वाले लोकतंत्र के निर्वाचित नेता की तरफ से यह सुनने का विशेष अवसर होगा कि हमारे दोनों देश अपने साझा मूल्यों को बढ़ावा देने और समृद्धि को बढ़ाने के लिए मिलकर कैसे काम कर सकते हैं. हम 8 जून को प्रधानमंत्री मोदी का यूएस कैपिटल में स्वागत करने को लेकर आशान्वित हैं.'
10 साल बाद मिला मौका
राष्ट्रपति बराक ओबामा जब परमाणु शिखर-सम्मेलन के लिए यहां आये थे तो उन्होंने मोदी को द्विपक्षीय यात्रा के लिए आमंत्रित किया था. मोदी अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को
संबोधित करने वाले भारत के पांचवें प्रधानमंत्री होंगे और 2005 के बाद से वह ऐसे पहले प्रधानमंत्री होंगे.
4 भारतीय पीएम अमेरिकी कांग्रेस को कर चुके हैं संबोधित
इससे पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (19 जुलाई, 2005), अटल बिहारी वाजपेयी (14 सितंबर, 2000), पीवी नरसिंह राव (18 मई, 1994) और राजीव गांधी (13 जुलाई, 1985) अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित कर चुके हैं. फ्रांस के मरकिस डि लाफायेटे के साथ कांग्रेस में विदेशी नेताओं और मेहमानों के संबोधन की परंपरा शुरू हुई, जिन्होंने 10 दिसंबर, 1824 को हाउस चैंबर को संबोधित किया था.
मोदी का संबोधन कई तरह से काफी अहम
न्यू अमेरिका में रहने वाले विद्वान और हार्वड यूनिवर्सिटी में बेफर सेंटर्स इंडिया एंड साउथ एशिया कार्यक्रम से जुड़े रोनक डी देसाई ने कहा, 'जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, उस समय उनके प्रति रही अमेरिकी नीति को देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी को कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित करने का आमंत्रण महत्वपूर्ण है.' राष्ट्रपति ओबामा के पद पर रहने के दौरान मोदी की यह उनसे अंतिम आधिकारिक मुलाकात हो सकती है.