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PM Modi in Europe: यूरोप दौरे पर गए PM नरेंद्र मोदी जर्मनी के बाद अब डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगेन पहुंच गए हैं. जर्मनी की तरह डेनमार्क में भी पीएम मोदी के कई कार्यक्रम होंगे. यहां पीएम मोदी India-Nordic Summit में भी शामिल होंगे जो काफी अहम माना जा रहा है.
मोदी यहां भारत-डेनमार्क व्यापार मंच (India-Denmark Business Forum) में भी हिस्सा लेंगे. डेनमार्क में पीएम मोदी भारतीय मूल के लोगों को संबोधित भी करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डेनमार्क के कोपेनहेगन पहुंचे. डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया.
डेनमार्क में मोदी वहां की पीएम मेटे फ्रेडरिकसेन से भी मिले हैं. इसके अलावा डेनमार्क की रानी Queen Margrethe II के साथ मोदी डिनर भी करेंगे.
पीएम मोदी के कार्यक्रम का हर अपडेट
3.40 PM- डेनमार्क पीएम Mette Frederiksen से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अहम मुलाकात हुई है. दोनों देशों के नेताओं ने कई मुद्दों पर चर्चा की है.
4.49 PM- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी Mette Frederiksen के निवास पर पहुंचे हैं. डेनमार्क पीएम की तरफ से वहां पर मोदी को वो पेंटिंग भी दिखाई गई है जो उन्हें पिछले साल भारत दौरे के दौरान गिफ्ट के तौर पर दी गई थी.
5.00 PM- भारत और डेनमार्क के बीच कई समझौतों पर सहमति बन गई है. अब उन्हीं समझौतों को लेकर पीसी के जरिए साझा बयान जारी किया जा रहा है.
5.09 PM- साझा बयान जारी करने के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि यूक्रेन में तत्काल युद्धविराम लगना चाहिए. भारत द्वारा लगातार ये अपील की गई है.
8.15 PM- वहां मौजूद भारतीय समुदाय से बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि डेनमार्क और भारत के रिश्ते काफी मजबूत हैं. उन्होंने बताया है कि उनकी डेनमार्क पीएम के साथ जो मुलाकात हुई है, उस वजह से दोनों देशों के बीच पहले से मजबूत रिश्ते और खास बनने वाले हैं.
India-Nordic Summit में शामिल होंगे मोदी
इसके बाद मोदी 2nd India-Nordic Summit में हिस्सा लेंगे. इस बार डेनमार्क इसकी मेजबानी कर रहा है. Nordic देश वो हैं जो उत्तरी यूरोप का हिस्सा हैं. इसमें डेनमार्क, फिनलैंड, आइसलैंड, नॉर्वे और स्वीडन शामिल हैं. पीएम मोदी आइसलैंड की पीएम कैटरीन जैकब्सडॉटिरो, नार्वे के पीएम जोनास गहर स्टोर, स्वीडन की पीएम मैग्डेलेना एंडरसन और फिनलैंड की पीएम सना मारिन से मिलेंगे.
बता दें कि पहला India-Nordic Summit साल 2018 में स्वीडन के Stockholm में हुआ था. दूसरा समिट जून 2021 में होना था लेकिन फिर इसे टाल दिया गया था. इस कार्यक्रम का महत्व इस बात से समझा जा सकता है कि भारत के अलावा सिर्फ अमेरिका ही ऐसा देश है जिसके साथ Nordic देश समिट स्तर पर बातचीत करते हैं.
क्यों अहम है India-Nordic Summit?
भारत और Nordic देश एक दूसरे की ताकत और पूरक माने जाते हैं. ये सभी देश भी भारत की तरह मुक्त बाजार अर्थव्यवस्थाएं हैं. इन पांच देशों की कुल अर्थव्यवस्था 1.6 ट्रिलियन डॉलर की बताई जाती है. वहीं इन देशों और भारत के बीच सामान और सेवाओं का करीब 13 बिलियन डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार होता है. बीते चार सालों से पीएम मोदी Nordic देशों के नेताओं से लगातार संपर्क में हैं. भारत जो तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है, वह इन देशों के लिए अच्छी मार्केट बन सकता है.
2018 वाले समिट में छह देशों के बीच वैश्विक सुरक्षा, आर्थिक विकास, नवाचार और जलवायु परिवर्तन पर सहयोग की बात हुई थी. इसे ही आगे बढ़ाने पर अब चर्चा हो सकती है.