
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार से चार मई (बुधवार) तक तीन देशों की यात्रा पर हैं. इस दौरे में पीएम मोदी जर्मनी, डेनमार्क और फ्रांस जाएंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबसे पहले जर्मनी पहुंचे, जहां उनके दौरे को लेकर भारतीय मूल के लोगों में जबरदस्त उत्साह नजर आया. इसके साथ ही पीएम ने बर्लिन में भारतीय समुदाय को संबोधित किया. पीएम मोदी ने देश लोकल फॉर वोकल, स्टार्टअप, अनुच्छेद 370 हटाने, डीबीटी, रिफॉर्म, स्कोप, स्किल और स्पीड, सस्ता डाटा, और खादी के उत्पादन में वृद्धि के साथ ही अपनी उपलब्धियां बताईं.
हर शहर को एयररूट से जोड़ा जा रहा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में छोटे-छोटे शहरों को एयर रूट से जोड़ा जा रहा है. मेट्रो कनेक्टिविटी पर आज जितना काम हो रहा है, उतना पहले कभी नहीं हुआ. साथ ही कहा कि रिफॉर्म के लिए इच्छाशक्ति का होना बेहद जरूरी है. सबकुछ वही है, फिर भी बेहतर नतीजे मिल रहे हैं. लोगों के जीवन से सरकार का दखल कम हो गया है. पहले वर्क इन प्रोग्रेस के बोर्ड लगे होते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है.
इंटरनेट कनेक्टिवटी पर ये कहा
पीएम मोदी ने बर्लिन में कहा कि भारत में जितनी फास्ट इंटरनेट कनेक्टिवटी है उतनी कहीं नहीं है. इतना ही नहीं, भारत में डेटा इतना सस्ता है, जितना बहुत से देशों के लिए तो अकल्पनीय है. 6 लाख गांवों में फाइबर नेटवर्क पहुंचाने का लक्ष्य रखा है. पूरी दुनिया मे पिछले साल हुए रियल टाइम डिजिटल पेमेंट में से 40 फीसदी भागीदारी भारत की है. अब भारत छोटा नहीं सोचता है.
'वो कौन सा पंजा था जो 85 पैसे घिस लेता था'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा नाम लिए बिना कांग्रेस पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि अब किसी प्रधानमंत्री को ये कहने की जरूरत नहीं होगी कि मैं दिल्ली से एक रुपया भेजता हूं लेकिन 15 पैसे ही पहुंचते हैं. वो कौन सा पंजा था जो 85 पैसे घिस लेता था.
'डीबीटी ने एक खाई पाट दी है'
डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि इससे सीधा हकदार के खाते में पैसा पहुंचता है. इसके जरिए 22 लाख करोड़ से अधिक रुपये सीधे हकदार के खाते में पहुंचा है. अब कोई भी बिचौलिय़ा नहीं है. कट मनी का काम खत्म हो गया है. डीबीटी के जरिए ट्रांसपेरेंसी आई है. बहुत बड़ी खाई पाट दी गई है.
अब नया भारत रिस्क लेता है
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अब नया भारत रिस्क लेता है. पीएम मोदी ने कहा कि नया भारत अब सिक्योर फ्यूचर के बारे में नहीं सोचता, बल्कि रिस्क लेता है. अब भारत इनोवेट करता है. उन्होंने कहा कि 2014 में हमारे देश में सिर्फ 200-400 स्टार्टअप ही होते थे, लेकिन आज भारत में 8 साल बाद 68 हजार से भी अधिक स्टार्टअप होते हैं.
5 साल में 1500 कानून खत्म किए
मोदी ने कहा कि आज कंपनी 24 घंटे में रजिस्टर हो जाती है. पहले किसी कंपनी को रजिस्टर करवाने के बाद लोग भूल जाते थे. उन्होंने साल 2013 का एक किस्सा सुनाया. उन्होंने कहा कि जब मैं प्रचार करता था तो लोग मुझसे कहते थे कि तमाम कानून हैं. लेकिन मैंने कहा कि मैं हर दिन एक कानून खत्म करूंगा. पहले 5 साल में 1500 कानून खत्म कर दिए. उन्होंने कहा कि देश आजाद हो चुका है तो फिर जनता पर कानून का जंजाल नहीं होना चाहिए.
अनुच्छेद 370 का भी जिक्र किया
अनुच्छेद 370 का जिक्र करते हुए कहा कि पहले एक देश में दो संविधान थे. लेकिन 70 साल तक इस बारे में नहीं सोचा गया. 7 दशक बाद एक देश एक संविधान हो गया है. बर्लिन में पीएम ने कहा कि हम वन नेशन वन राशन लेकर आए हैं. क्योंकि पहले जबलपुर में रह रहे आदमी को जयपुर में राशन खरीदने में परेशानी होती थी, लेकिन अब ये समस्या का समाधान कर दिया गया है.
जीएसटी लेकर आए, कई टैक्स खत्म किए
टैक्स का जिक्र करते हुए कहा कि पहले हर राज्य का टैक्स लगता था, हर जगह उसे टैक्स देना था, लेकिन भारत में आज टैक्स की व्यवस्था एक जैसी हो गई है. मेक इन इंडिया भारत की ड्राइविंग भारत आज प्रोसेसिंग ही आसान नहीं कर रहा, बल्कि इन्वेस्टमेंट को भी सपोर्ट कर रहा है. उन्होंने कहा कि अगर हम गुड एंड सर्विसेस को देखें तो पिछले साल भारत से 50 लाख करोड़ का एक्सपोर्ट हुआ है. भारत ने कोविड काल में 150 से ज्यादा दवाई भेजकर कई लोगों की जिंदगियां बचाई हैं. जब हमने कोविड की वैक्सीन बना ली तो 100 से अधिक देशों की मदद की है.
'भारत दुनिया का पेट भरने आगे आ रहा'
मोदी ने कहा कि गेहूं की कमी का सामना पूरी दुनिया कर रही है. जब फूड सिक्योरिटी को लेकर बडे़-बड़े देश चिंतित हैं, तब भारत का किसान दुनिया का पेट भरने के लिए आगे आ रहा है. उन्होंने कहा कि हम संकट नहीं सॉल्यूशन लाते हैं. यही नए भारत की ताकत है. वोकल फॉर लोकल को लेकर पीएम ने कहा कि पहले लोग कहते थे कि भारत के लोगों में स्थानीय उत्पादों को लेकर गर्व की अनुभूति आई है. उन्होंने कहा कि जिसमें भारत के युवा का पसीना लगा हो, वह भारत का फैशन स्टेटमेंट होना चाहिए.
8 साल में खादी के उत्पादन में हुई इतनी बढ़ोतरी
खादी और नेता का चोली दामन का साथ था. खादी ने भारत में आजादी के आंदोलन को ताकत दी. लेकिन आजादी के बाद खादी का भी वही हाल हुआ जो आजादी के दीवानों के सपनों का हुआ. एक समय बाद खादी मृत्यु की कगार पर आकर खड़ी हो गई. लेकिन जब मैं गुजरात का सीएम बना तब मैंने खादी को प्रमोट किया तो देश ने इसे गले लगाया. आजादी के 75 साल बाद इस साल खादी का कारोबार 1 लाख करोड़ को पार कर गया है. 8 साल में खादी के उत्पादन में पौने दो सौ फीसदी की वृद्धि हुई है. बहुत सारी विधवा माताओं को रोजगार मिला है.
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