
Russia-Ukraine War के बीच भारत ने वहां फंसे अपने करीब 16,000 नागरिकों को ऑपरेशन गंगा के तहत स्वदेश वापस लाना शुरू कर दिया है. इसमें करीब 14,000 भारतीय छात्र हैं, जिन्हें यूक्रेन से रोमानिया के रास्ते वापस लाया जा रहा है. इसी बीच पोलैंड से एक राहत भरी खबर आ रही है.
बिना वीज़ा पोलैंड में प्रवेश करने की अनुमति
खबर है कि पोलैंड अब यूक्रेन में रूस के आक्रमण से बचकर निकलने वाले भारतीय छात्रों को बिना किसी वीज़ा के पोलैंड में प्रवेश करने की अनुमति दे रहा है. यह जानकारी भारत में पोलैंड के राजदूत एडम बुराकोव्स्की ने दी है.
आपको बता दें कि यूक्रेन में हो रही भीषण बमबारी के चलते, ज़्यादातर लोग अपनी जान बचाने के लिए बंकर और ज़मीन के अंदर बने हुए शेल्टर में रह रहे हैं. मेट्रो स्टेशन शेल्टर बने हुए हैं. कीव के बहुत से लोग मेट्रो स्टेशन में ही रह रहे हैं.
यूक्रेन में फंसे बहुत से बच्चे तो भारत सरकार की स्पेशल फ्लाइट से भारत पहुंचने लगे हैं. लेकिन कई बच्चे अब भी वहीं पर फंसे हैं. बहुत से बच्चे तो जान बचाने के लिए पोलैंड की तरफ बढ़ गए, जो अब भी यूक्रेन-पोलैंड बॉर्डर पर फंसे हैं. ये भारतीय छात्र करीब 25 किलो मीटर पैदल चलकर बॉर्डर पर पहुंचे.
दिल्ली से बुखारेस्ट के लिए दूसरी फ्लाइट रवाना
आपको बता दें कि देर रात रोमानिया से 250 भारतीयों को लेकर एक विमान दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंच गया. इनकी अगवानी के लिए नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया खुद एयरपोर्ट पहुंचे थे. इससे पहले 271 छात्रों को रोमानिया के रास्ते मुंबई लाया गया था जहां केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने उनकी अगवानी की थी. भारतीयों को यूक्रेन से लाने के लिए दूसरी फ्लाइट दिल्ली से बुखारेस्ट के लिए उड़ान भर चुकी है.
कीव में फंसी बिहार की एक मेडिकल छात्रा का कहना है कि हम भारतीय स्टूडेंट्स डर और दहशत में बंकर में रह रहे हैं. हालांकि, भारत सरकार ने भारतीय छात्रों को एयर इंडिया की फ्लाइट्स से वापस तो बुलाया है, लेकिन इसके लिए पहले बॉर्डर पार करना होगा और इसके लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है.