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'पहले दिन 20 झूठे दावों के साथ ट्रंप की शुरुआत', शपथग्रहण पर अमेरिकी मीडिया में क्या छपा

द वॉशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में अपने पहले कार्यकाल में डोनाल्ड ट्रंप ने 30,573 झूठे या भ्रामक दावे किए थे. कई अमेरिकी मीडिया आउटलेट्स और एक्सपर्ट्स के अनुसार, शपथ ग्रहण के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पहले दो भाषणों में कई ऐसे दावे किए जो तथ्यपरक नहीं थे. सीएनएन ने ट्रंप के भाषण में 20 गलत तथ्यों की पहचान भी की.

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप. (AP Photo) अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप. (AP Photo)
aajtak.in
  • वॉशिंगटन,
  • 21 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 6:46 PM IST

व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रंप के पहुंचने के साथ, अमेरिकी मीडिया फैक्ट-चेक के युग में लौट रहा है. राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद ट्रंप ने 20 जनवरी, 2025 को दो भाषण दिये. पहला भाषण उन्होंने शपथ ग्रहण के तुरंत बाद कैपिटल रोटुंडा में दिया और दूसरा इमैन्सिपेशन हॉल में अपने समर्थकों को संबोधित किया. इस दौरान 20 गलत तथ्य जनता के सामने रखे. सवाह उठ रहे हैं कि क्या ट्रंप अपने दूसरे कार्यकाल में लाई मीटर पर अपने पहले कार्यकाल की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करेंगे? 

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द वॉशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में अपने पहले कार्यकाल में डोनाल्ड ट्रंप ने 30,573 झूठे या भ्रामक दावे किए थे. कई अमेरिकी मीडिया आउटलेट्स और एक्सपर्ट्स के अनुसार, शपथ ग्रहण के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पहले दो भाषणों में कई ऐसे दावे किए जो तथ्यपरक नहीं थे. सीएनएन ने ट्रंप के भाषण में 20 गलत तथ्यों की पहचान भी की.

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सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक इकोनॉमी, इमिग्रेशन, विदेशी मामलों, इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल्स और 2020 के यूएस राष्ट्रपति चुनाव को लेकर ट्रंप के कुछ दावे भ्रामक और गलत थे. उनके 2016-2020 तक के पहले कार्यकाल के लिए कई अमेरिकन मीडिया आउटलेट्स ने लाई-मीटर (Lie-Meter) या ट्रुथ-ओ-मीटर (Truth-o-Meter) शुरू किया था. ट्रंप जब भी कोई भाषण देते, ये मीडिया आउटलेट्स उनके द्वारा पेश किए गए गलत तथ्यों की गिनती करते थे. 

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वॉशिंगटन पोस्ट ने जनवरी 2021 में अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि उसने ट्रंप के प्रथम कार्यकाल के पहले 100 दिनों में 492 संदिग्ध दावे दर्ज किए. यहां उन गलत तथ्यों पर एक नजर डाली गई है, जो अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के बाद डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा दिए गए दो भाषणों से सामने आए हैं.

1. ट्रंप का 'कैच एंड रिलीज' प्रैक्टिस खत्म करने का दावा

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह 'पकड़ो और छोड़ो' की प्रथा को खत्म करने के लिए एक कार्यकारी आदेश जारी करेंगे. एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार 'कैच एंड रिलीज' शब्द अमेरिकी सरकार द्वारा बनाए गए किसी विशिष्ट कानून या उसकी किसी नीति को संदर्भित नहीं करता है. इसके बारे में कोई स्पष्ट विवरण उपलब्ध नहीं है. 

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2. बाइडेन के कार्यकाल के दौरान रिकॉर्ड महंगाई का दावा

डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि बाइडेन प्रशासन के दौरान अमेरिका ने रिकॉर्ड महंगाई का अनुभव किया जो ऊर्जा की बढ़ती कीमतों के कारण हुआ. एपी की रिपोर्ट के अनुसार 2022 की गर्मियों में अमेरिका का महंगाई दर चार दशक के उच्चतम स्तर 9.1% पर था. दिसंबर 2024 में यह गिरकर 2.9% पर आ गया था. द गार्डियन की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में उच्चतम महंगाई दर 1920 में 23.7% था.

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3. ट्रंप ने पनामा नहर पर चीन के नियंत्रण का दावा किया

अमेरिकी राष्ट्रपति ने अमेरिका द्वारा पनामा नहर को वापस लेने की अपनी इच्छा भी जाहिर की. पनामा नहर के प्रशासक रिकोर्टे वास्क्वेज ने ट्रंप के इन दावों का खंडन किया है कि चीन नहर का संचालन कर रहा है और अमेरिका से अधिक शुल्क लिया जा रहा है. ट्रंप ने यह भी दावा किया है कि नहर के निर्माण में 38,000 लोग मारे गए. पनामा नहर के निर्माण में मरने वालों की आधिकारिक संख्या लगभग 5,600 है. इनमें से ज्यादातर एंटीगुआ, बारबाडोस और जमैका जैसे कैरेबियाई द्वीपों के श्रमिक थे.

रिकोर्टे वास्क्वेज ने कहा कि चीन पनामा नहर का संचालन नहीं कर रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि नहर के दोनों छोर पर स्थित बंदरगाहों में काम करने वाली चीनी कंपनियां हांगकांग कंसोर्टियम का हिस्सा थीं, जिसने 1997 में बोली प्रक्रिया जीती थी. उन्होंने कहा कि अमेरिका और ताइवान की कंपनियां नहर के अन्य हिस्सों का संचालन कर रही हैं. वास्क्वेज ने इस बात पर जोर दिया कि कैसे न्यू​ट्रेलिटी ट्रीटी (तटस्थता संधि) के कारण पनामा नहर अमेरिकी ध्वज वाले जहाजों को फेवरेबल ट्रीटमेंट नहीं दे सकती है. इस कारण से अमेरिका की ओर से आने वाले अनुरोध नियमित रूप से अस्वीकार कर दिए जाते हैं. हालांकि, अमेरिकी युद्धपोतों को पनामा नहर फेवरेबल ट्रीटमेंट देती है. 

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4. इलेक्ट्रिक व्हीकल शासनादेश को रद्द करने का आह्वान

ट्रंप ने कहा कि उनकी सरकार इलेक्ट्रिक व्हीकल मेनडेट को रद्द कर देगी. हालांकि ऐसा कोई मेनडेट अस्तित्व में नहीं है. अप्रैल 2023 में, अमेरिका की एनवायरमेंटल कंजर्वेशन एजेंसी यात्री वाहनों से ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन की मात्रा तय कर दी. एजेंसी ने कहा कि यदि 2032 तक अमेरिका में बिकने वाले 67% नए वाहन इलेक्ट्रिक हों, तो ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन की इस सीमा को पूरा किया जा सकता है. हालांकि, यह नियम वाहन निर्माताओं को इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में योगदान देने के लिए मजबूर नहीं करता. 

5. 2020 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में धांधली का आरोप

ट्रंप ने राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद अपने पहले भाषण में दावा किया कि 2020 के चुनाव में पूरी तरह से धांधली हुई थी. हालांकि, ट्रंप के अपने अटॉर्नी जनरल सहित अन्य अधिकारियों ने चुनाव प्रक्रिया की समीक्षा की और निष्कर्ष निकाला यह निष्पक्ष था. एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, बाइडेन ने ट्रंप के 232 वोटों के मुकाबले 306 वोटों के साथ इलेक्टोरल कॉलेज जीता था और 7 मिलियन से अधिक बैलट पेपर से चुनाव जीते थे. स्विंग स्टेट्स में रिकाउंटिंग ने बाइडेन की जीत की पुष्टि की थी.

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6. ट्रंप का चीन पर टैरिफ लगाने का ऐलान

ट्रंप ने भ्रामक दावा किया कि उनके पहले कार्यकाल के दौरान लगाए गए टैरिफ के माध्यम से अमेरिका ने चीन से सैकड़ों अरब डॉलर प्राप्त किए थे. सीएनएन ने उनके इस दावे का फैक्ट-चेक किया और कहा कि टैरिफ का भुगतान अमेरिकी आयातक करते थे, चीन नहीं. सीएनएन ने यह भी बताया कि कई अध्ययनों से पता चला है कि ट्रंप द्वारा चीन पर टैरिफ लगाने से जो भी राजस्व प्राप्त हुआ उसका बड़ा हिस्सा अमेरिकी आयातकों ने चुकाया. 

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7. अमेरिका का EU के साथ व्यापार लगभग न के बराबर

ट्रंप ने दावा किया कि यूरोपीय संघ अमेरिका से कार, कृषि उत्पाद या लगभग कुछ भी नहीं लेता है. हकीकत यह है कि यूरोपीय संघ में व्यापार प्रतिबंध लागू हैं, जिससे अमेरिकी कंपनियों के लिए यूरोपीय देशों में अपने उत्पादों का निर्यात करना मुश्किल हो जाता है. इस लिहाज से ट्रंप का बयान अतिशयोक्ति है. उल्टा अमेरिका ने 2023 में यूरोपीय संघ से $639 बिलियन से अधिक मूल्य की वस्तुओं और सेवाओं का निर्यात किया.

8. यूएस में शरण ले रहे दूसरे देशों के खतरनाक अपराधी 

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डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि अमेरिका में खतरनाक अपराधियों को सुरक्षा मिल रही है, जिनमें से कई जेलों और मेंटल इंस्टीट्यूशन से आते हैं और अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करते हैं. द गार्डियन की रिपोर्ट के अनुसार, कई अमेरिकी शहरों में अप्रवासियों की आमद देखी गई है, लेकिन ज्यादातर लोग कानूनी रूप से और अमेरिका में रहने की अनुमति के साथ आए हैं. क्योंकि उनके मामलों की सुनवाई अदालतों में हो रही है. 

9. टैरिफ के लिए एक्सटर्नल रेवेन्यू सर्विस लाने का प्रस्ताव

ट्रंप ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा, 'सभी टैरिफ, शुल्क और राजस्व एकत्र करने के लिए एक्सटर्नल रेवेन्यू सर्विस बनाई जाएगी. इससे विदेशी स्रोतों से भारी मात्रा में रेवेन्यू अमेरिकी सरकार के खजाने में आएगा.' एपी ने अर्थशास्त्रियों के हवाले से बताया कि इन टैरिफ के लिए आंशिक भुगतान अमेरिकी उपभोक्ता करेंगे. लेकिन टैरिफ का उत्पादन बढ़ाने पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, जब तक कि विदेशी उत्पाद अमेरिकी उपभोक्ताओं के लिए अधिक महंगे न हों. 

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वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में अपने पहले कार्यकाल के पहले वर्ष के दौरान औसतन 1 दिन में 6 गलत दावे किए. दूसरे वर्ष में उन्होंने एक दिन में औसतन 16 गलत तथ्य पेश. यह संख्या तीसरे साल में 22 और चौथे साल में 39  तक पहुंच गई. इस हिसाब से देखें तो उन्होंने अपने दूसरे कार्यकाल के पहले ही दिन 20 गलत दावे करके अपने पिछले रिकॉर्ड को तोड़ने के संकेत दे दिए हैं.

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