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SCO Summit 2019: पीएम मोदी ने पुतिन से की वार्ता, अमेठी का हुआ जिक्र

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) समिट में हिस्सा लेने के लिए किर्गिस्तान के बिश्केक में है. जहां पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर सम्मेलन के मौके पर प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की. इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि वे उत्तर प्रदेश के अमेठी में राइफल निर्माण इकाई के लिए समर्थन के लिए रूस के आभारी हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 13 जून 2019,
  • अपडेटेड 12:03 AM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) समिट में हिस्सा लेने के लिए किर्गिस्तान के बिश्केक में है. जहां पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर सम्मेलन के मौके पर प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की. इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि वे उत्तर प्रदेश के अमेठी में राइफल निर्माण इकाई के लिए समर्थन के लिए रूस के आभारी हैं.

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इस वार्ता के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मेरे चुनाव में विजय की भविष्यवाणी भी सत्य हो गई. आपके जैसे पुराने और घनिष्ठ मित्र के विश्वास से मुझे ऊर्जा मिली. मैं आपका धन्यवाद करता हूं. मैं इस बात का बहुत आभारी हूं कि आपने मुझे सर्वश्रेष्ठ सम्मान 'ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू' से सम्मानित किया. अमेठी में राइफल बनाने के प्रोजेक्ट को आपने अपने जिम्मे लिया और हृदय से आभारी हूं. हम तय करें तो समयसीमा में कितना बड़ा काम कर सकते हैं ये उसका उदाहरण है.

इस वार्ता पर विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को व्लादिवोस्तोक में होने जा रहे ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम में बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया है और प्रधानमंत्री मोदी ने भी यह आमंत्रण स्वीकार किया है. जापान में होने जा रहे जी-20 समिट से इतर रूस, भारत और चीन की त्रिपक्षीय वार्ता होगी.

विजय गोखले ने बताया कि किसी भी अंतर्राष्ट्रीय या क्षेत्रीय मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई क्योंकि हमारा पूरा ध्यान अगले वार्षिक शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री की यात्रा पर था.

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इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से द्विपक्षीय वार्ता की. इस वार्ता के बाद विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शी जिनपिंग को दोनों के संबंधों से अवगत कराया और जिनपिंग भी इस बात से सहमत हुए कि दोनों देशों को संबंध मजबूत करने की आवश्यकता है. पीएम मोदी ने उन्हें (जिनपिंग) अगले अनौपचारिक समिट के लिए आमंत्रित किया है और उन्होंने भी कहा कि वह इस साल भारत दौरे पर आ सकते हैं.

इस वार्ता में चीन के राष्ट्रपति से प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान से फैल रहे आतंक का भी जिक्र किया. विदेश सचिव ने बताया कि पाकिस्तान पर संक्षिप्त चर्चा हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिनपिंग को बताया कि उन्होंने पाकिस्तान से संबंध सुधारने के कई प्रयास किए, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ. पाक को आतंक मुक्त वातावरण बनाने की जरूरत है और इस स्तर पर हम ऐसा होते नहीं देख सकते. हमें इस पर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए.

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