
तुर्की के इस्तांबुल में रूस और यूक्रेन के बीच मंगलवार को शांति वार्ता हुई. करीब 3 घंटे चली इस बैठक के बाद रूस के मुख्य वार्ताकार मेडिंस्की ने सकारात्मक बयान दिया. उन्होंने बताया कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्राध्यक्ष वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की की जंग को रोकने के लिए मुलाकात हो सकती है. इससे पहले दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच बातचीत होगी.
व्लादिमीर मेडिंस्की ने बताया कि कीव और चेर्नीहीव में रूस ने सैन्य गतिविधियों को कम करने का फैसला लिया है. हालांकि, कीव के वार्ताकारों ने यूक्रेनी सुरक्षा की गारंटी के लिए अंतर्राष्ट्रीय समझौते की अपील की है.
यूक्रेन की वार्ता टीम के सदस्य डेविड अरहामिया (David Arahamia) ने इस वार्ता को अपनी पहली जीत करार दिया. उन्होंने इस्तांबुल वार्ता के अंतरिम परिणामों के बारे में बताया कि हमारी पहली जीत रूस-यूक्रेन वार्ता को बेलारूस से तुर्की तक ले जाने की थी. हम तुर्की को यूक्रेन के लिए एक सुरक्षा गारंटी के रूप में देखते हैं.
वार्ता के नतीजों के तौर पर यूके, चीन, अमेरिका, तुर्की, फ्रांस, कनाडा, इटली, पोलैंड और इजराइल यूक्रेन के लिए सुरक्षा गारंटर बन सकते हैं. वे एक अंतरराष्ट्रीय संधि के तहत काम करेंगे. जो कि यूक्रेन की मांग पर नो फ्लाई जोन बनाने में सक्षम हैं.
हालांकि, सुरक्षा गारंटरों की मौजूदा प्रणाली काम नहीं कर रही है, हमने इसे मारियुपोल और खारकीव में देखा है. हम सहमत थे कि सभी सुरक्षा गारंटर देशों को न केवल यूरोपीय संघ में हमारे एंट्री में बाधा डालनी चाहिए, बल्कि इस प्रक्रिया में मदद करनी चाहिए.
कीव और चेर्निहीव के पास हमले कम करेंगे: रूस
इस्तांबुल में वार्ता ने कुछ हद तक सकारात्मक उम्मीदें जगाई हैं. अब युद्ध को समाप्त करने की दिशा में दोनों देश कदम आगे बढ़ा सकते हैं. रूसी उप रक्षा मंत्री अलेक्जेंडर फोमिन ने कहा कि हमने मौलिक रूप से कीव और चेर्निहीव की दिशा में सैन्य गतिविधियों में कटौती करने का फैसला किया है ताकि आपसी विश्वास को बढ़ाया जा सके और आगे की बातचीत के लिए स्थितियां बनाई जा सकें.
उधर, आज डेनमार्क की संसद को जेलेंस्की ने संबोधित करते हुए कहा कि मारियोपोल में रूस का हमला युद्ध अपराध है. मानवता के खिलाफ रूस ने अपराध किया है. पता हो कि रूस और यूक्रेन के बीच बीते 24 फरवरी से युद्ध जारी है , जिसे रूस ने सैन्य अभियान नाम दिया है.