
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अमेरिका के तीन दिनों के दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने वर्जीनिया में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी और आरएसएस यह नहीं समझते कि यह देश सभी का है.
राहुल गांधी ने वर्जीनिया में प्रवासी भारतीयों के समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि आरएसएस कहती है कि कुछ राज्य अन्य राज्यों की तुलना में कमतर हैं. कुछ भाषाएं अन्य भाषाओं से कमतर हैं. कुछ धर्म अन्य धर्मों की तुलना में कमतर हैं. इसी तरह कुछ समुदाय अन्य समुदायों की तुलना में कमतर हैं.
नेता प्रतिपक्ष राहुल ने कहा कि आरएसएस की विचारधारा यही है कि वे सोचते हैं कि तमिल, मराठी, बंगाली और मणिपुरी ये भाषाएं कमतर हैं. हमारी लड़ाई इसी के बारे में हैं. दरअसल ये लोग (आरएसएस) भारत को नहीं समझते. हम सोचते हैं कि आप चाहे पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र या किसी भी राज्य से हो. आप सभी का अपना इतिहास, परंपरा और भाषा है और हर किसी की समान अहमियत है.
अब BJP का फैलाया डर निकल गया!
राहुल ने कहा कि लोकसभा चुनाव से तीन महीने पहले कांग्रेस पार्टी के सभी बैंक अकाउंट्स सील कर दिए गए थे. इसके बाद हमने चर्चा की क्या किया जाए. मैंने का कि देखा जाएगा कि क्या कर सकते हैं और हमने चुनाव लड़ा.
राहुल ने कहा कि चुनाव के बाद कुछ लोगों ने कहा कि डर नहीं लगता अब, डर निकल गया अब. बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी ने छोटे कारोबियों पर इतना दबाव बनाया. इतना डर का माहौल फैलाया लेकिन यह डर चंद सेकंड में गायब हो गया. उन्हें यह डर फैलाने में सालों लगे लेकिन चंद सेकंड में यह डर गायब हो गया. संसद में, मैं प्रधानमंत्री को सामने देखता हूं और कह सकता हूं कि मोदी जी का वह 56 इंच का सीना, ईश्वर से सीधा संबंध होने का दावा, वह सब अब इतिहास बन चुका है.
राहुल गांधी ने कहा कि भारत में सबकुछ एक साथ चलता है. बीजेपी को ये समझ नहीं आता कि ये देश सबका है. ये देश मिलकर बना है. इसे यूनियन ऑफ स्टेट कहा जाता है. संविधान में साफ लिखा है कि इंडिया दैट इज भारत इज अ यूनियन स्टेट. इसका मतलब है कि यह यूनियन ऑफ स्टेट्स, यूनियन ऑफ लैंग्वेजेज और यूनियन ऑफ हिस्ट्री है. लेकिन वे कहते हैं कि भारत यूनियन नहीं है. ये सब अलग-अलग है. और इनमें से एक सबसे जरूरी है, जिसका हेडक्वार्टर नागपुर में है.
यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास में भी राहुल ने साधा था निशाना
राहुल गांधी ने इससे पहले अपने अमेरिकी दौरे के पहले दिन यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास में छात्रों और शिक्षाविदों को संबोधित करते हुए बेरोजगारी और महंगाई से लेकर शिव और बुद्ध तक पर चर्चा की थी.
राहुल गांधी ने देवता शब्द का अर्थ बताते हुए कहा था कि देवता आखिर कौन होता है? देवता ऐसा शख्स है, जिसकी अंदरूनी भावनाएं ठीक वैसी ही होती हैं, जैसी उसकी बाहरी अभिव्यक्ति. इसका सीधा सा मतलब है कि जो साफ दिल का शख्स है और पूरी तरह से पारदर्शी है. वह देवता है.
राहुल गांधी ने शिव के विचार पर भी अपनी बात रखी थी. उन्होंने कहा था कि आप शिव के विचार के बारे मे जानते हैं? जब वे कहते हैं कि शिव विनाशक हैं. वह किसका विनाश कर रहे हैं? खुद का. यही विचार है. वह अपने अहं, अपनी संरचना और अपनी मान्यताओं का विनाश कर रहे हैं. इस तरह भारतीय राजनीति का विचार आगे बढ़ना है