
मुसलमानों का सबसे पवित्र महीना रमजान कुछ ही दिनों में शुरू होने वाला है. पैगंबर मुहम्मद के जन्मस्थान मक्का में इस पर्व की धूम देखते बनती है. सऊदी अरब में अभी से ही रमजान को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है. सऊदी अरब की सरकार ने भी रमजान को देखते हुए अभी से कई गाइडलाइंस जारी की हैं. सरकार ने निर्देश दिए हैं कि रमजान के महीने में दिन से समय सभी रेस्तरां बंद रहेंगे. सऊदी सरकार की तरफ से ये भी कहा गया है कि रमजान के दौरान मस्जिदों से नमाज की लाइवस्ट्रीमिंग पर प्रतिबंध रहेगा.
रमजान के दौरान उपवास के घंटों में नहीं खुलेंगे रेस्तरां
गल्फ न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सऊदी अरब में ऑनलाइन एक पत्र को शेयर किया जा रहा था कि रमजान के महीने में विदेशियों और पर्यटकों के खाने के लिए रेस्तरां खुले रहेंगे. काउंसिल ऑफ सऊदी चैंबर्स का हवाला देकर पत्र में लिखा गया था कि अगर रेस्तरां में पर्दें या कवर लगे हैं तो वो पर्यटकों और विदेशियों को खाना परोस सकते हैं. लेकिन काउंसिल ने खुद सामने आकर इस खबर को खारिज कर दिया है.
काउंसिल ने कहा कि रमजान से जुड़ी किसी भी जानकारी के लिए लोग उसकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं.
सऊदी में रमजान के महीने में दिन के वक्त सभी रेस्तरां बंद ही रहते हैं. शाम को रेस्तरां खोलने की अनुमति होती है ताकि उपवास तोड़ने वाले लोग इफ्तार के लिए रेस्तरां से भोजन घर ले जा सकें.
रमजान इस्लामिक या हिजरी कैलेंडर का नौवां और सबसे पवित्र महीना है. माना जाता है कि ये वो महीना है जब पैगंबर मोहम्मद के सामने इस्लाम की सबसे पवित्र किताब कुरान की पहली आयत का अनावरण हुआ था. इस पूरे महीने मुसलमान सूर्योदय से सूर्यास्त तक उपवास करते हैं. रमजान का महीना आमतौर पर 29 या 30 दिन का होता है.
मस्जिदों में कैमरे के इस्तेमाल पर प्रतिबंध
सऊदी अरब की सरकारी समाचार एजेंसी एसपीए ने जानकारी दी है कि इस्लामिक मामलों के मंत्रालय ने नमाज के दौरान इमामों और नमाजियों को फिल्माने के लिए मस्जिदों में कैमरों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया. मंत्रालय ने रमजान के महीने में नमाज की लाइवस्ट्रीमिंग पर भी रोक लगा दी है.
नमाज के बाद सऊदी अरब की मस्जिदों के बाहर कई संगठन और लोग इफ्तार का आयोजन करते हैं. इसे लेकर भी सऊदी की सरकार ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं. मंत्रालय ने कहा है कि किसी भी संगठन या व्यक्ति को इफ्तार के आयोजन के लिए संबंधित मस्जिदों के इमामों से बातचीत करनी होगी. मंत्रालय ने इफ्तार का आयोजन करने वाले से फिजूलखर्ची और खाने की बर्बादी रोकने की भी अपील की है.
इफ्तार के दौरान कई धार्मिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं. इसे लेकर सरकार ने कहा है कि इस तरह के किसी कार्यक्रम के आयोजन से पहले संबंधित व्यक्ति या संगठन को लाइसेंस के लिए आवेदन करना होगा.