
क्यूबा से अमेरिकी राजनयिक संबंध तोड़ने वाले ड्वाइट आइजनहावर से लेकर रिश्तों को सामान्य करने की दिशा में काम करने वाले बराक ओबामा तक अमेरिका के 11 राष्ट्रपतियों के रिश्ते क्यूबा के क्रांतिकारी नेता फिदेल कास्त्रो के साथ बहुत सहज नहीं रहे. आइए जानते हैं उन सभी अमेरिकी राष्ट्रपति और कास्त्रों के बारे में मुख्य बातें...
ड्वाइट आइजनहावर (रिपब्लिकन, 1953-1961) ने तानाशाह फुलगेनसियो बतिस्ता को हथियार मुहैया कराए, जिनके खिलाफ कास्त्रो के विद्रोही जूझ रहे थे. बे ऑफ पिग्स पर हमले की तैयारी कर चुके आइजनहावर ने जनवरी 1961 में क्यूबा से अपने राजनयिक संबंध तोड़ लिए थे.
जान एफ कैनेडी (डेमोक्रेट, 1961-1963) ने अप्रैल 1961 में बे ऑफ पिग्स पर हमले को हरी झंडी दे दी. क्यूबा में उत्पन्न मिसाइल संकट से पहले उन्होंने फरवरी 1962 में प्रतिबंध लगाया था.
लिंडन जॉनसन (डेमोक्रेट, 1963-1969) ने प्रतिबंध को फिर से लागू किया और सोवियत गुट के देशों को क्यूबा के खिलाफ तैयार करने की कोशिश की. कास्त्रो की हत्या की सीआईए की साजिश को मंजूरी दी और कास्त्रो विरोधी गुरिल्ला समूहों की मदद की.
रिचर्ड निक्सन (रिपब्लिकन, 1969-1974) ने क्यूबा के मछुआरों की गिरफ्तारी समेत कास्त्रो विरोधी गतिविधियों को तेज किया.
जेराल्ड फोर्ड (रिपब्लिकन, 1974-1977) के कार्यकाल में दूसरे देशों में स्थित क्यूबा के मिशनों पर किए जाने वाले हमलों में तेजी आई और क्यूबा के एक विमान पर हुए हमले में 73 लोग मारे गये. उन्होंने अमेरिकी उद्योगपतियों की पहली क्यूबा यात्रा को मंजूरी दी और इस दौरान प्रतिबंधों में ढील भी दी गयी.
जिम्मी कार्टर (डेमोक्रेट, 1977-1981) ने प्रतिबंधों में और ढील दी. उन्होंने हवाना में एक अमेरिकी कार्यालय की शुरुआत की और वाशिंगटन में क्यूबा को कार्यालय खोलने की अनुमति दी. क्यूबा से निर्वासित लोगों को देश लौटने की अनुमति दी. उन्होंने समुद्री सीमा समझौते पर हस्ताक्षर किया. उनके कार्यकाल में क्यूबा के प्रवासियों का एक बड़ा समूह अमेरिका पहुंचा जिसे मैरियल बोटलिफ्ट के नाम से जानते हैं. बतौर पूर्व राष्ट्रपति उन्होंने वर्ष 2002 और 2011 में क्यूबा का दौरा किया.
रोनाल्ड रीगन (रिपब्लिकन, 1981-1989) के कार्यकाल में दोनों देशों के रिश्ते फिर से बिगड़ने लगे और प्रतिबंधों में दी गयी ढील को वापस ले लिया गया. निर्वासितों के प्रमुख संगठन क्यूबन-अमेरिकन नेशनल फाउंडेशन और कास्त्रो विरोधी रेडियो और टीवी मार्ती की स्थापना की गई. वर्ष 1984 में पहले आव्रजन समझौते पर हस्ताक्षर हुआ.
जार्ज एच डब्ल्यू बुश ( रिपब्लिकन, 1989-1993) ने टोरीकेली अधिनियम के जरिये एक बार फिर से क्यूबा पर प्रतिबंध लगाया. इस दौरान सोवियत गुट में टूट पड़ गयी थी. साथ ही तीसरी दुनिया के अमेरिका के सहयोगी देशों को क्यूबा के साथ सौदा करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया.
बिल क्लिंटन (डेमोक्रेट, 1993-2001) ने टीरोकेली अधिनियम को बनाये रखा और हेल्मस-बर्टन अधिनियम के जरिए प्रतिबंधों को और कड़ा कर दिया. वर्ष 1994 में क्यूबा के करीब 36,000 नागरिक अमेरिका से अस्थायी नौकाओं के जरिये भाग निकले थे. इस दौरान एक नये आव्रजन समझौते पर हस्ताक्षर किया गया और क्लिंटन ने कास्त्रो विरोधी गतिविधियों का समर्थन किया.
जार्ज डब्ल्यू बुश (रिपब्लिकन, 2001-2009) ने कास्त्रो विरोधी समूहों को दी जाने वाली वित्तीय सहायता में इजाफा किया और प्रतिबंध को और कड़ा किया. निर्वासितों की क्यूबा की यात्रा को सीमित कर दिया गया और वे अपने रिश्तेदारों को पैसे भेज सकते थे. शर्तों के साथ खाद्य व्यापार की अनुमति दी गयी. उनके कार्यकाल के दौरान ही फिदेल कास्त्रो के भाई राउल कास्त्रो क्यूबा के राष्ट्रपति बने.
बराक ओबामा (डेमोक्रेट, 2009 से अब तक) ने निर्वासितों की यात्रा से और घर भेजे जाने वाली राशि से जुड़ी शर्तों को हटा लिया गया. आव्रजन को लेकर बातचीत की शुरुआत हुई. दिसंबर, 2014 में ओबामा और राउल ने घोषणा की कि दोनों देशों के संबंधों को सामान्य किया जायेगा. जुलाई, 2015 में दोनों देशों ने एक-दूसरे की राजधानी में अपने-अपने दूतावासों को फिर से शुरू किया. मार्च 2016 में ओबामा ने क्यूबा की ऐतिहासिक यात्रा की. वर्ष 1928 से लेकर इस साल की शुरुआत तक यह पहला मौका था, जब किसी अमेरिकी राष्ट्रपति ने क्यूबा की यात्रा की हो.