
भारतीय मूल के सांसद ऋषि सुनक अगले ब्रिटिश प्रधानमंत्री बनने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. इसकी वजह है कि पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन अब इस दौड़ से बाहर हो गए हैं. ऐसे में ऋषि सुनक का अगला प्रधानमंत्री बनना और कंजर्वेटिव पार्टी का प्रमुख बनना तय माना जा रहा है.
बता दें कि ऋषि सुनक पहली बार 2015 में सांसद बने थे. वे यॉर्कशायर के रिचमंड से चुने गए थे. समय के साथ कंजर्वेटिव पार्टी में सुनक के पद में बढ़ोतरी हुई और 'ब्रेक्जिट' के लिए समर्थन किया. वह अपने 'ईयू छोड़ो' अभियान के दौरान बोरिस जॉनसन के समर्थकों में से एक थे.
आइए आपको बताते हैं वो 5 वजहें जो ऋषि सुनक की जीत को सुनिश्चित करती हैं.
1. कंजर्वेटिव पार्टी नेतृत्व की दौड़ के लिए नामांकन सोमवार शाम 6:30 बजे बंद हो जाएगा. यदि 100 से ज्यादा नामांकन के साथ केवल एक उम्मीदवार होता है, तो उस व्यक्ति को विजेता घोषित किया जाएगा. ऋषि सुनक को 150 सांसदों का समर्थन प्राप्त है और वह शीर्ष पद के लिए फिलहाल सबसे ज्यादा सांसदों की पसंद हैं.
2. बोरिस जॉनसन यह कहते हुए दौड़ से बाहर हो गए हैं कि उनके पास नंबर हैं और वह 10 डाउनिंग स्ट्रीट पर लौट सकते थे लेकिन ऐसा करना सही नहीं होगा.' जॉनसन ने दावा किया कि वह 2024 के आम चुनाव में जीत दिलाने के लिए अच्छी स्थिति में हैं. अपनी घोषणा के समय, पूर्व प्रधानमंत्री को 50 से अधिक सांसदों का सार्वजनिक समर्थन प्राप्त था.
जॉनसन का यह ऐलान दो महत्वपूर्ण बैठक के बाद आया है. बोरिस जॉनसन ने ऋषि सनक और पेनी मोर्डेंट के साथ बैठक की थी. पेनी मोर्डेंट ने वास्तव में संकेत दिया था कि अगर वह पीएम की दौड़ से बाहर निकलती हैं तो वह ऋषि का समर्थन करेंगी न कि बोरिस का.
3. ऐसे में दूसरी उम्मीदवार पेनी मोर्डेंट के पास अब उन सांसदों का समर्थन हासिल करने के लिए कुछ ही घंटे बचे हैं, जो पहले बोरिस जॉनसन का समर्थन कर रहे थे. वह अनुशासित और ईमानदार सरकार देने का वादा कर रही हैं. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, फिलहाल सिर्फ 25 सांसदों ने पेनी मोर्डंट का सार्वजनिक रूप से समर्थन किया है.
4. जॉनसन के हटने के कुछ ही घंटों बाद दूसरा बड़ा घटनाक्रम सामने आया. सुनक ने डाउनिंग स्ट्रीट में उपलब्धियों के लिए सार्वजनिक रूप से बोरिस जॉनसन की प्रशंसा की. गौरतलब है कि वो सुनक ही थे, जिन्हें बोरिस अपनी सरकार जाने के पीछे सबसे बड़ा कसूरवार मानते आए हैं. बोरिस सरकार पर घोटालों और कदाचार का आरोप लगने पर सुनक के इस्तीफे के बाद ही विद्रोह बढ़ा था.
सुनक ने एक ट्वीट में बोरिस जॉनसन के लिए कहा, 'उन्होंने हमारे सामने अब तक की सबसे कठिन चुनौतियों में से कुछ के जरिए हमारे देश का नेतृत्व किया और फिर पुतिन और यूक्रेन में उनके बर्बर युद्ध का सामना किया. इसके लिए हम हमेशा उनके आभारी रहेंगे.'
5. ऋषि सुनक ने रविवार को चुनावी मैदान में उतरते हुए कहा था कि वह अर्थव्यवस्था को ठीक करना चाहते हैं, अपनी पार्टी को एकजुट करना चाहते हैं और देश के लिए काम करना चाहते हैं. वह जिन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, वे बड़ी हैं.