
अमेरिका पर 9/11 आतंकी हमले के 20 साल पूरे हो गए. इस हमले में तकरीबन 3 हजार लोगों की जान चली गई थी. हमले की 20वीं बरसी पर एफबीआई ने शनिवार को 16 पन्नों के सीक्रेट दस्तावेज जारी किए.
ये दस्तावेज 11 सितंबर, 2001 को हुए आतंकवादी हमलों में दो सऊदी हाईजैकर्स को दिए गए लॉजिस्टिकल सपोर्ट के बारे में हैं. दस्तावेजों में अमेरिका में सऊदी सहयोगियों के साथ हाईजैकर्स के संपर्कों के बारे में बताया गया है, लेकिन इस बात का कोई भी सबूत नहीं मिला है कि इस साजिश में सऊदी सरकार भी शामिल थी.
सऊदी के अधिकारियों पर उठते रहे हैं सवाल
हमलों की 20वीं बरसी पर ये दस्तावेज जारी किए गए हैं, जोकि पहले खोजी रिकॉर्ड हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने उन चीजों की समीक्षा करने का आदेश दिया था, जो कई सालों से सार्वजनिक दृश्य से बाहर हैं. बाइडेन पर हाल के हफ्तों में पीड़ित परिवारों ने दबाव बनाया था और न्यूयॉर्क में मुकदमे को लेकर लंबे समय से रिकॉर्ड की मांग की थी. इस रिकॉर्ड में आरोप लगाया गया था कि हमलों में सऊदी के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे.
आतंकी हमलों में शामिल होने के आरोपों से सऊदी सरकार लगातार इनकार करती रही है. वॉशिंगटन में सऊदी दूतावास ने हाल ही में कहा था कि उन्होंने देश के खिलाफ लग रहे निराधार आरोपों को पूरी तरह से खत्म करने के लिए सभी रिकॉर्ड्स को पूरी तरह से सामने लाने का समर्थन किया है. दूतावास ने कहा कि सऊदी अरब पर मिलीभगत का कोई भी आरोप 'स्पष्ट रूप से झूठा' है.
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बाइडेन ने पिछले हफ्ते न्याय विभाग और अन्य एजेंसियों को जांच दस्तावेजों की डीक्लासिफिकेशन समीक्षा करने और अगले छह महीनों में उसे जारी करने का आदेश दिया था. न्यूयॉर्क, पेनसिल्वेनिया और उत्तरी वर्जीनिया में 11 सितंबर के स्मारक कार्यक्रमों में बाइडेन के भाग लेने के कुछ घंटों बाद शनिवार की रात को 16 पन्ने जारी किए गए. पीड़ितों के रिश्तेदारों ने पहले औपचारिक कार्यक्रमों में बाइडेन की उपस्थिति पर आपत्ति जताई थी और दस्तावेजों को जल्द से जल्द जारी करने को कहा था.
जारी किए गए संशोधित रिकॉड्स में एक व्यक्ति के साथ साल 2015 के इंटरव्यू का जिक्र है जो अमेरिकी नागरिकता के लिए आवेदन कर रहा था और सालों पहले उसने सऊदी नागरिकों के साथ बार-बार संपर्क किया था. इसके बाद जांचकर्ताओं ने कहा कि कई हाईजैकर्स को महत्वपूर्ण लॉजिस्टिकल सपोर्ट दिया गया था.